
भागलपुर, 18 जून 2025 – बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी पहल महिला संवाद कार्यक्रम का आज भागलपुर जिले में सफल समापन हो गया। बीते दो महीनों से चल रहे इस विशेष जनसंपर्क अभियान के तहत जिले के 1820 ग्राम संगठनों में संवाद सत्रों का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 4 लाख महिलाओं ने भाग लेकर अपनी बात सरकार तक पहुंचाई।
नीतिगत बदलावों के लिए मिलीं 35 हजार से अधिक महिला आकांक्षाएं
जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक सुनिर्मल गरेन ने जानकारी दी कि संवाद कार्यक्रमों के माध्यम से करीब 35 हजार महिला आकांक्षाओं को एकत्र कर मोबाइल एप में रिकॉर्ड किया गया है। इनमें से अधिकांश आकांक्षाओं का स्थानीय स्तर पर समाधान किया जा चुका है, जबकि नीतिगत मुद्दों को राज्य स्तर पर भेजा गया है।
संवाद में प्रतिदिन 7000 से अधिक महिलाएं हुईं शामिल
हर ग्राम संगठन में औसतन 250 से 270 महिलाओं ने हिस्सा लिया। प्रतिदिन लगभग 30 ग्राम संगठनों में आयोजन के चलते रोज़ाना 7000 से अधिक महिलाएं संवाद में सक्रिय रहीं। कुल मिलाकर 3.43 लाख महिलाएं जीविका समूहों से जुड़ी थीं, जबकि 32 हजार से अधिक पुरुष भी कार्यक्रमों में शामिल हुए।
सरकारी योजनाओं के प्रति महिलाओं में दिखा भरोसा
महिलाओं ने नीतीश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की सराहना करते हुए कहा कि इन योजनाओं की बदौलत ग्रामीण बिहार की महिलाएं पहले की अपेक्षा कहीं अधिक सशक्त हुई हैं।
बड़ी नीमा गांव की संगीता देवी ने बताया कि संवाद में गांव में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग की गई थी, जिसे तुरंत स्वीकार कर अब गांव में लाइटें लग चुकी हैं।
राधा देवी ने साझा किया कि आयुष्मान कार्ड की मांग के बाद गाँव में कैंप लगाकर सभी योग्य लोगों को कार्ड उपलब्ध कराया गया। ऐसे कई उदाहरण सामने आए जहाँ महिला संवाद ने सीधा असर दिखाया।
महिला सशक्तीकरण की ओर एक नई पहल
महिला संवाद कार्यक्रम केवल भागलपुर ही नहीं, बल्कि पूरे बिहार में महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक प्रयास माना जा रहा है। राज्यभर में एक करोड़ से अधिक महिलाएं इस अभियान से जुड़ीं, जिन्होंने अपनी भागीदारी से यह साबित किया कि विकास में उनकी भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है।