सीतामढ़ी | 5 मई 2025:
जिस शख्स ने अपनी जिंदगी में अब तक 2 हजार से ज्यादा सांपों को बचाया, उन्हें जंगल में छोड़ा, सांपों का मसीहा कहलाया—उसी को एक कोबरा सांप ने डस लिया। और यही बना उसकी जिंदगी का आखिरी पल।
बिहार के सीतामढ़ी जिले के रहने वाले जय कुमार सहनी, जिन्हें लोग प्यार से ‘स्नैक मैन’ कहते थे, अब इस दुनिया में नहीं हैं। उनका आखिरी रेस्क्यू वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वो एक कोबरा सांप का केंचुला निकालते हुए दिख रहे हैं।
कैसे हुई जय सहनी की मौत?
घटना 1 मई की है। पास के एक गांव से सांप निकलने की सूचना मिली, तो जय सहनी तुरंत वहां पहुंचे। वहां भीड़ जमा थी, लोग सांप का केंचुला (पुरानी त्वचा) उतरते हुए लाइव देख रहे थे। जय सहनी ने कोबरा को काबू में किया और उसके शरीर से केंचुला निकालने लगे।
सबकुछ सामान्य चल रहा था, लेकिन तभी कोबरा ने अचानक उनके दाहिने अंगूठे में काट लिया। जय को फौरन समझ आ गया कि स्थिति गंभीर है। उन्होंने लोगों से अपना बैग मंगवाने को कहा, लेकिन तब तक जहर असर करने लगा था।
भीड़ ने आनन-फानन में उन्हें सदर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज से पहले ही उनकी मौत हो गई।
कौन थे जय कुमार सहनी?
सीतामढ़ी जिले के बसही भिंडी वार्ड-3 निवासी 35 वर्षीय जय कुमार सहनी को बचपन से ही जानवरों और खासकर सांपों से प्यार था। उनके पिता शिवलगन सहनी बताते हैं कि जय ने कभी किसी से सांप पकड़ना नहीं सीखा, लेकिन इतने माहिर हो गए थे कि आसपास के गांवों में जब भी कोई सांप दिखता, तो लोग जय को ही बुलाते।
जय सहनी ने अब तक करीब 2 हजार से ज्यादा सांपों को रेस्क्यू किया था। वे उन्हें जंगल में सुरक्षित छोड़ते थे। उनकी पहचान एक प्राकृतिक रक्षक और पर्यावरण प्रेमी के तौर पर थी।
आखिरी वीडियो में क्या है?
जो वीडियो अब सामने आया है, उसमें जय सहनी सांप का केंचुला बड़े आराम से निकालते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह प्रक्रिया सांप की त्वचा बदलने की प्राकृतिक प्रक्रिया है। लेकिन अचानक ही सांप को गुस्सा आ जाता है और वह डस लेता है। वीडियो वहीं थम जाता है।
सांप केंचुला क्यों उतारते हैं?
सांप समय-समय पर अपनी पुरानी त्वचा उतारते हैं, जिसे केंचुला कहते हैं। यह प्रक्रिया नई और साफ त्वचा विकसित करने में मदद करती है। यह एक सामान्य जैविक प्रक्रिया है, लेकिन इसके दौरान सांप ज्यादा संवेदनशील और आक्रामक हो सकते हैं।