हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का खास महत्व है। मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदी में स्नान व दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन लोग दीपदान भी करते हैं। कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली और गुरु नानक जयंती भी मनाई जाती है। इस साल कार्तिक पूर्णिमा 5 नवंबर, बुधवार को है। देखें आज कार्तिक पूर्णिमा का विस्तृत पंचांग।
05 नवंबर, बुधवार, शक संवत्: 14 कार्तिक (सौर) 1947, पंजाब पंचांग: 20 कार्तिक मास प्रविष्टे 2082, इस्लाम: 13 जमादिउल्लावल, 1447, विक्रमी संवत्: कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा तिथि सायं 06.49 बजे तक पश्चात प्रतिपदा तिथि। चंद्रमा मेष राशि में (दिन-रात)। सूर्य दक्षिणायन। सूर्य दक्षिण गोल। शरद् ऋतु। दोपहर 12 बजे से दोपहर 01.30 बजे तक राहुकालम्। भद्रा प्रातः 08.43 बजे तक। कार्तिक पूर्णिमा। श्री गुरुनानक देव जयंती। भीष्म पंचक समाप्त। कार्तिक स्नान समाप्त। त्रिपुरोत्सव।
सूर्योदय- 06:36 ए एम
सूर्यास्त- 05:33 पी एम
चन्द्रोदय- 05:11 पी एम
चन्द्रास्त- चन्द्रास्त नहीं
पूर्णिमा तिथि कब से कब तक:
पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ – नवम्बर 04, 2025 को 10:36 पी एम बजे
पूर्णिमा तिथि समाप्त – नवम्बर 05, 2025 को 06:48 पी एम बजे
कार्तिक पूर्णिमा शुभ चौघड़िया मुहूर्त:
लाभ – उन्नति: 06:36 ए एम से 07:58 ए एम
अमृत – सर्वोत्तम: 07:58 ए एम से 09:20 ए एम
शुभ – उत्तम: 10:42 ए एम से 12:04 पी एम
लाभ – उन्नति: 04:11 पी एम से 05:33 पी एम
शुभ – उत्तम: 07:11 पी एम से 08:49 पी एम
आज के शुभ मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- 04:52 ए एम से 05:44 ए एम
प्रातः सन्ध्या- 05:18 ए एम से 06:36 ए एम
विजय मुहूर्त- 01:54 पी एम से 02:38 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 05:33 पी एम से 05:59 पी एम
आज के अशुभ मुहूर्त-
राहुकाल- 12:04 पी एम से 01:27 पी एम
यमगण्ड- 07:58 ए एम से 09:20 ए एम
आडल योग- 09:40 ए एम से 06:34 ए एम, नवम्बर 06
गुलिक काल- 10:42 ए एम से 12:04 पी एम
भद्रा- 06:36 ए एम से 08:44 ए एम