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नया साल नज़दीक आते ही कहलगांव में पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क मोड में आ गया है। बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद उत्सव के दिनों में शराब तस्करी की कोशिशें बढ़ जाती हैं, खासकर पड़ोसी राज्य झारखंड से। इसी आशंका को देखते हुए अनुमंडल प्रशासन ने सभी संवेदनशील इलाकों में विशेष निगरानी की व्यवस्था की है।

झारखंड सीमा बनी तस्करों का मुख्य रूट

बिहार में शराबबंदी के बाद भी कई लोग चोरी-छिपे शराब खरीदने की कोशिश करते हैं।
इसका सबसे बड़ा कारण है—

  • झारखंड में देशी–विदेशी शराब की आसान उपलब्धता
  • सीमावर्ती इलाकों से होने वाली अवैध आवाजाही
  • गुप्त रूप से शराब लाने के लिए कार, बाइक और पिकअप वाहनों का इस्तेमाल

ऐसी गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए कहलगांव पुलिस ने विशेष रणनीति अपनाई है।

पोठिया–बैसा और साहूपाड़ा चेकपोस्ट पर 24 घंटे कड़ी जांच

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कल्याण आनंद ने बताया कि शराब तस्करी रोकने के लिए सभी प्रमुख चेकपोस्टों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

मुख्य चेकपोस्ट जहाँ विशेष निगरानी:

  1. पोठिया–बैसा चेकपोस्ट (सन्हौला थाना क्षेत्र)
    • सभी छोटे-बड़े वाहनों की जांच
    • संदिग्ध वाहनों को रोककर तलाशी
    • रातभर पुलिसकर्मी गश्त पर
  2. साहूपाड़ा चेकपोस्ट (सनोखर थाना क्षेत्र)
    • 24 घंटे पुलिस निगरानी
    • शराब तस्करी की किसी भी गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई

डीएसपी कल्याण आनंद ने कहा—

“नए साल के दौरान किसी भी कीमत पर शराबबंदी का उल्लंघन नहीं होने दिया जाएगा। जो भी तस्करी में शामिल पाया जाएगा, उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।”

लापरवाही पर पुलिसकर्मियों को भी नहीं मिलेगी राहत

डीएसपी ने यह भी स्पष्ट किया कि इस अभियान में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी

उन्होंने कहा—

“ड्यूटी में ढिलाई करने वाले पुलिस कर्मियों पर विभागीय कार्रवाई तय है।”

यह संदेश प्रशासन के कड़े रुख को दर्शाता है।

परिवहन साधनों की कड़ी जांच

चेकपोस्ट पर—

  • कार
  • बाइक
  • ऑटो
  • ट्रकों

की लगातार जांच की जा रही है।
संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी ली जा रही है और शराब की अवैध खेप पकड़ने के लिए पुलिस हर संभव तरीके अपना रही है।

प्रशासन का उद्देश्य — नए साल पर सुरक्षित वातावरण

कहलगांव प्रशासन का मानना है कि शराबबंदी का सख्ती से पालन होने पर—

  • कानून व्यवस्था मजबूत रहती है
  • दुर्घटनाओं में कमी आती है
  • सामाजिक माहौल शांत बना रहता है

इसीलिए नए साल से पहले ही पुलिस ने सीमावर्ती इलाकों में विशेष चौकसी बढ़ा दी है।

शराब तस्करी पर ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति

पुलिस ने लोगों से भी अपील की है कि वे अवैध शराब की जानकारी मिलने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
डीएसपी कल्याण आनंद ने कहा—

“किसी भी हालत में शराबबंदी कानून का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नए साल का जश्न सुरक्षित और कानूनसम्मत होना चाहिए।”

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