बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने बुधवार को अपने 57 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस सूची में जातीय संतुलन साधने की कोशिश की है, जिसमें लव-कुश समीकरण (कुर्मी और कुशवाहा) का वर्चस्व साफ दिखाई देता है।
जेडीयू की पहली लिस्ट में कुर्मी समुदाय से 10 और कुशवाहा समुदाय से 9 उम्मीदवारों को टिकट मिला है। वहीं भूमिहार को 6, राजपूत को 5, यादव को 3, और अति पिछड़ा वर्ग (EBC) को 9 सीटें दी गई हैं। इसके अलावा अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों पर भी कई उम्मीदवारों को मौका दिया गया है।
नीतीश कुमार की यह रणनीति साफ तौर पर अपने पारंपरिक लव-कुश वोट बैंक को मजबूत करने की दिशा में दिखती है।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, जेडीयू ने इस लिस्ट के जरिए एनडीए में अपनी स्थिति मजबूत करने और जातीय समीकरण को सटीक तरीके से साधने की कोशिश की है।
सूत्रों के अनुसार, अगली सूची में शेष सीटों पर भी सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।


