जल संसाधन विभाग की राज्यस्तरीय सिंचाई समीक्षा बैठक में दिए सख्त निर्देश
पटना, 26 मई 2025 | जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार की ओर से सोमवार को राज्यस्तरीय सिंचाई प्रक्षेत्र समीक्षा बैठक का आयोजन विभागीय सभा कक्ष, पटना में किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता जल संसाधन मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी ने की। उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों को सुलभ और प्रभावी सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराना विभाग का मूल दायित्व है।
बैठक की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसमें विभाग के प्रधान सचिव श्री संतोष कुमार मल्ल भी उपस्थित थे। स्वागत भाषण वाल्मी शासी पर्षद के परामर्शी अध्यक्ष श्री ईश्वर चंद्र ठाकुर द्वारा प्रस्तुत किया गया।
“हर खेत तक पहुंचे पानी, सुनिश्चित करें अभियंता”
मंत्री श्री चौधरी ने समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया कि नहरों में जल प्रवाह अंतिम छोर तक पहुँचना चाहिए। उन्होंने कहा:
“सभी मुख्य अभियंता जिम्मेदार हैं कि नहरों का निरीक्षण आगामी सिंचाई मौसम से पहले पूरा हो जाए। खामी पाए जाने पर व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय की जाएगी।”
उन्होंने संवेदकों की लापरवाही पर भी नाराजगी जताई और निर्देश दिया कि जहां कार्यों में गुणवत्ता या समयसीमा से समझौता किया गया हो, वहां अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
37 लाख हेक्टेयर सिंचाई क्षमता का लक्ष्य
प्रधान सचिव श्री संतोष कुमार मल्ल ने बताया कि राज्य में 37 लाख हेक्टेयर सिंचाई क्षमता सृजित की जा चुकी है। विभाग का प्राथमिक उद्देश्य है कि इस क्षमता का 100% क्रियान्वयन किया जाए। उन्होंने यह भी कहा:
“जहां जलप्लावन या बांध टूटने की स्थिति उत्पन्न होगी, वहां संबंधित अभियंताओं के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।”
साथ ही सभी अभियंताओं को एक सप्ताह के भीतर स्थल निरीक्षण का विस्तृत रूटमैप तैयार कर जमा करने का निर्देश दिया गया।
प्रक्षेत्रवार योजनाओं की हुई समीक्षा
बैठक में सिवान, मोतिहारी, दरभंगा, सहरसा, भागलपुर, बिहारशरीफ, गया, औरंगाबाद और डिहरी जैसे प्रक्षेत्रों की प्रगति की समीक्षा की गई। भौतिक और वित्तीय प्रगति, जल आपूर्ति, भूमि अधिग्रहण और प्रगति यात्राओं की स्थिति पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
बैठक में उपस्थित रहे ये अधिकारी
- अपर सचिव: श्री नवीन, श्री पवन कुमार सिन्हा
- अभियंता प्रमुख (मुख्यालय): श्री शरद कुमार
- अभियंता प्रमुख (सिंचाई सृजन): श्री अवधेश कुमार
- मुख्य अभियंता (योजना एवं मॉनिटरिंग): श्री ब्रजेश मोहन
- तकनीकी परामर्शी: श्री रविंद्र कुमार शंकर
- विभिन्न प्रक्षेत्रों के मुख्य अभियंता एवं अन्य अधिकारी
बैठक के समापन पर धन्यवाद ज्ञापन तकनीकी परामर्शी श्री रविंद्र कुमार शंकर द्वारा किया गया।