खगड़िया, 24 जुलाई।बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को खगड़िया में बड़ा राजनीतिक झटका लगा है। पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष शिवराज यादव ने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके साथ कई प्रखंड अध्यक्ष, जिला सचिव और सक्रिय कार्यकर्ताओं ने भी सामूहिक रूप से पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। इस घटनाक्रम ने पार्टी की जिला इकाई में गंभीर मतभेद और असंतोष को उजागर कर दिया है।
मनीष कुमार को जिलाध्यक्ष बनाए जाने से भड़का विवाद
पार्टी में जारी कलह उस समय खुलकर सामने आ गई जब खगड़िया सांसद राजेश वर्मा ने अचानक मनीष कुमार को नया जिलाध्यक्ष नियुक्त कर दिया। शिवराज यादव के हटने से नाराज कार्यकर्ताओं ने मनीष की नियुक्ति पर सवाल उठाए। बताया गया कि मनीष कुमार पर पूर्व में एक चिकित्सक के साथ मारपीट का आरोप लग चुका है और उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज है। ऐसे में उन्हें दोबारा संगठन में अहम जिम्मेदारी देना कई नेताओं को अस्वीकार्य लगा।
शिवराज यादव का आरोप: सांसद करते हैं अपमानजनक व्यवहार
इस्तीफे के बाद शिवराज यादव ने सांसद राजेश वर्मा पर तीखे आरोप लगाए। उन्होंने कहा,
“सांसद कार्यकर्ताओं से गाली-गलौज करते हैं और कहते हैं – आपकी कोई औकात नहीं, जब चाहूं पार्टी से बाहर कर दूंगा। मैंने जब राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान से बात करने की कोशिश की, तो मुझे रोका गया। अब मैं उन्हें खुला पत्र भेजकर पूरी स्थिति से अवगत कराऊंगा।”
वरिष्ठ नेताओं की भी नाराजगी
लोजपा (रामविलास) के प्रदेश महासचिव रतन पासवान ने भी संगठनात्मक व्यवहार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा,
“हम दो दशक से पार्टी की सेवा कर रहे हैं। लेकिन पिछले कुछ महीनों में सांसद का रवैया पूरी तरह कार्यकर्ता विरोधी हो गया है।”
पार्टी के भविष्य पर उठे सवाल
रतन पासवान ने बताया कि जिला इकाई के कई पदाधिकारियों, प्रखंड अध्यक्षों और सक्रिय कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है, जिससे अंदरूनी असंतोष और गहरा गया है।
“खगड़िया में पार्टी कार्यकर्ताओं ने लगातार मेहनत से संगठन को मजबूत किया, लेकिन उन्हें अब अपमानित और उपेक्षित किया जा रहा है,” उन्होंने कहा।


