पटना, 21 अगस्त।मुजफ्फरपुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) में आज नए सत्र के छात्रों के लिए इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन भव्य रूप से किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के मुख्य सचिव नामित एवं विकास आयुक्त श्री प्रत्यय अमृत (IAS) उपस्थित हुए। विशेष अतिथि के रूप में मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
मुख्य अतिथि का परिचय
कार्यक्रम की शुरुआत में श्री प्रत्यय अमृत के प्रशासनिक कार्यकाल का परिचय कराया गया। बताया गया कि वह 1991 बैच के IAS अधिकारी हैं।
- कटिहार में डीएम रहते हुए उन्होंने PPP मॉडल लागू किया था, जिसकी पूरे राज्य में सराहना हुई।
- सारण जिले में सोनपुर मेले में अनुशासन स्थापित करने का उनका कार्य अद्वितीय उदाहरण माना जाता है।
- स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास विभाग में भी उनके कार्यों को विशेष उपलब्धि के रूप में याद किया जाता है।
छात्रों से भावुक संवाद
मुख्य अतिथि श्री अमृत ने छात्रों से सीधे संवाद किया। उन्होंने कहा कि युवाओं से बातचीत करना उन्हें बेहद पसंद है। भावुक होते हुए उन्होंने कहा कि उनका मुजफ्फरपुर से गहरा संबंध है, क्योंकि उनकी स्कूली शिक्षा प्रभात तारा स्कूल से हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि एमआईटी आने का यह उनका पहला अवसर है।
उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा—
- “यह जीवन का बेहद महत्वपूर्ण और निर्णायक समय है। यदि आपका मन किसी और दिशा में है, तो निडर होकर उसकी ओर बढ़ें। अपने कार्य में संतोष और खुशी मिलना सबसे ज़रूरी है।”
- “क्रॉसरोड पर खड़े मत रहिए। हर प्लेटफॉर्म से अवसर की शुरुआत की जा सकती है। हमेशा गर्व कीजिए कि आप बिहार से हैं।”
- “ग्रेड से अधिक समझ महत्वपूर्ण है। केवल पढ़ाई ही नहीं बल्कि अतिरिक्त गतिविधियों में भी भाग लें।”
- “बिहार की अर्थव्यवस्था तेज़ी से बदल रही है। आने वाले समय में यहां युवाओं के लिए अपार अवसर उपलब्ध होंगे। इसलिए समस्याओं का समाधान करने वाले और विश्लेषणात्मक सोच रखने वाले बनें तथा समाज को कुछ लौटाएं।”
उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष एमआईटी में नए होस्टल निर्माण के लिए उन्होंने कैबिनेट से स्वीकृति प्राप्त कर ली है।
छात्र-छात्राओं के सवाल और प्रत्युत्तर
इंडक्शन कार्यक्रम में छात्रों ने भी प्रश्न पूछे, जिनका प्रत्यय अमृत ने विस्तार से उत्तर दिया।
- अर्चना कुमारी (CSE) – क्या बी.टेक करते हुए सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी संभव है?
► प्रत्युत्तर: “अभी इंजीनियरिंग पढ़ाई पर ध्यान दें। तीसरे वर्ष से UPSC के प्रश्न पत्र पढ़ना शुरू करें।” - शिवम भारती (ME) – UPSC अभ्यर्थियों के लिए मुख्य गुण क्या होने चाहिए?
► प्रत्युत्तर: “सफलता की कुंजी है— Focus, Focus और Focus। साथ ही अनुशासन, जुनून और सही दृष्टिकोण जरूरी है।” - विशाल कुमार (IT) – मैं अच्छा वक्ता कैसे बन सकता हूँ?
► प्रत्युत्तर: “आईने के सामने अभ्यास करें, बोलने की आदत विकसित करें। शुरुआत में डर लगेगा लेकिन धीरे-धीरे आत्मविश्वास बढ़ेगा।” - कैसे रुचि और पढ़ाई में संतुलन बनाया जाए?
► प्रत्युत्तर: “यदि आपका लक्ष्य स्पष्ट है, तो किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आएगी।”
कार्यक्रम का महत्व
यह इंडक्शन कार्यक्रम नए छात्रों के लिए प्रेरणादायक रहा। मुख्य अतिथि के विचारों ने युवाओं को न केवल शिक्षा बल्कि जीवन के प्रति भी सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।


