साइप्रस।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने साइप्रस दौरे पर आयोजित बिज़नेस राउंड टेबल मीटिंग को संबोधित करते हुए भारत और साइप्रस के आर्थिक रिश्तों को नई ऊंचाई पर ले जाने की प्रतिबद्धता जताई। प्रधानमंत्री ने साइप्रस के राष्ट्रपति द्वारा एयरपोर्ट पर स्वागत और कार्यक्रम के आयोजन के लिए विशेष आभार प्रकट किया।
उन्होंने कहा कि 23 वर्षों के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का साइप्रस आगमन हुआ है और सबसे पहले बिज़नेस मीटिंग का आयोजन यह दर्शाता है कि दोनों देशों के संबंधों में आर्थिक भागीदारी का विशेष महत्व है।
प्रधानमंत्री के संबोधन की अहम बातें:
- भारत और साइप्रस के व्यापारिक रिश्तों में अपार संभावनाएं, मौजूदा व्यापार 150 मिलियन डॉलर, पर वास्तविक क्षमता इससे कई गुना ज्यादा।
- भारत की आर्थिक प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि देश जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा।
- बीते वर्षों में टैक्स रिफॉर्म, जीएसटी, ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस, और डिजिटल ट्रांजैक्शन में भारत की उपलब्धियां।
- भारत में 100 बिलियन डॉलर सालाना इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश, मैन्युफैक्चरिंग, ग्रीन एनर्जी, और शिप बिल्डिंग सेक्टर पर फोकस।
- यूपीआई के जरिए डिजिटल पेमेंट्स में भारत का विश्व में अग्रणी स्थान, और साइप्रस को भी इससे जुड़ने का आमंत्रण।
- भारत में 100 से अधिक यूनिकॉर्न, 1 लाख से ज्यादा स्टार्टअप्स नवाचार के क्षेत्र में योगदान दे रहे।
- 2030 तक 500 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी लक्ष्य और रेलवे को 100% कार्बन न्यूट्रल बनाने की प्रतिबद्धता।
- भारत-साइप्रस और ग्रीस बिज़नेस एंड इन्वेस्टमेंट काउंसिल की स्थापना का स्वागत।
- भारत और ईयू के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) को इस वर्ष के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के अंत में सभी व्यापारिक प्रतिनिधियों को भारत आने का निमंत्रण भी दिया।
प्रधानमंत्री का आभार
उन्होंने साइप्रस के राष्ट्रपति और चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, इन्वेस्टमेंट साइप्रस को आयोजन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि बिज़नेस समुदाय के सुझावों पर उनकी टीम एक्शन प्लान बनाकर फॉलोअप करेगी।