Voice Of Bihar

खबर वही जो है सही

भारत ने अपना पहला स्वदेशी स्वचालित जैव चिकित्सा अपशिष्ट उपचार संयंत्र किया शुरू

ByKumar Aditya

फरवरी 11, 2025
adf 1200x651 1 png

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने सोमवार को एम्स नई दिल्ली में भारत के पहले स्वदेशी स्वचालित जैव चिकित्सा अपशिष्ट ट्रीटमेंट रिग का शुभारंभ किया। इसका नाम ‘सृजनम’ है। तिरुवनंतपुरम में सीएसआईआर के राष्ट्रीय अंतःविषय विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (NIIST) द्वारा अपनी तरह का पहला स्वदेशी स्वचालित बायो मेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट रिग विकसित किया गया है।

‘वेस्ट टू वेल्थ’ की ओर एक आदर्श बदलाव का आह्वान

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने ‘वेस्ट टू वेल्थ’ की ओर एक आदर्श बदलाव का आह्वान किया और स्थिरता और पर्यावरण संबंधी चिंताओं के महत्व पर जोर दिया। डॉ. सिंह ने भारत के आर्थिक परिवर्तन पर रोशनी डालते हुए कहा कि देश ‘फर्जाइल फाइव’ का हिस्सा होने से ‘फर्स्ट फाइव’ का सदस्य बन गया है और निरंतर विकास की राह पर अग्रसर है। उन्होंने नए जैव चिकित्सा अपशिष्ट उपचार रिग के महत्व पर भी प्रकाश डाला, जो स्वास्थ्य सुविधाओं में अपशिष्ट प्रबंधन में क्रांति लाने के लिए तैयार है।

मिलेगा यह लाभ 

‘सृजनम’ रिग को महंगे और ऊर्जा-गहन भस्मक पर निर्भर किए बिना, रक्त, मूत्र, थूक और प्रयोगशाला के डिस्पोजेबल सहित रोगजनक जैव चिकित्सा अपशिष्ट को कीटाणुरहित करने के लिए डिजाइन किया गया है।

उल्लेखनीय रूप से, रिग दुर्गंध को भी बेअसर करता है, अन्यथा विषाक्त अपशिष्ट को एक सुखद सुगंध प्रदान करता है। 400 किलोग्राम की दैनिक क्षमता के साथ, उपकरण प्रारंभिक चरण में प्रति दिन 10 किलोग्राम सड़ने योग्य चिकित्सा अपशिष्ट को संभालने में सक्षम है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *