पटना, 7 अगस्त — बिहार के नीति निर्माण में आज एक नया इतिहास रच दिया गया। अब कोई भी अधिकारी या ज़िम्मेदार व्यक्ति राज्य की तमाम योजनाओं की प्रगति और विभागीय जानकारी एक क्लिक में पा सकेगा। वह भी बिना किसी फाइल उठाए, मीटिंग किए या पसीना बहाए!
बिहार सरकार के योजना एवं विकास विभाग ने बुधवार को “विकसित बिहार स्ट्रेटेजी रूम” और अत्याधुनिक “कमांड एंड कंट्रोल सेंटर” का उद्घाटन किया, जिसे भारत सरकार के नीति आयोग के मॉडल पर तैयार किया गया है। इसका उद्देश्य है — बिहार के 45 विभागों से जुड़ी हर योजना, हर आंकड़ा, हर नीति एक ही छत के नीचे लाकर उसे तकनीक के जरिए आम और खास दोनों के लिए सरल बनाना।
उद्घाटन समारोह में योजना एवं विकास मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने इसे बिहार के डिजिटल युग का मील का पत्थर करार दिया। साथ में विभाग के प्रधान सचिव के. सेंथिल कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
क्या है “विकसित बिहार स्ट्रेटेजी रूम”?
यह कोई सामान्य दफ्तर नहीं, बल्कि हाईटेक वॉर रूम जैसा केंद्र है, जहां नीति, डेटा और विश्लेषण एकसाथ चलते हैं। किसी भी विभाग पर क्लिक करते ही ग्राफ, चार्ट, आँकड़े और योजनाएं लाइव स्क्रीन पर उभर आते हैं — वो भी रीयल टाइम में।
मुख्य हाइलाइट्स में शामिल हैं:
- स्थानीय सर्वर आधारित सुरक्षा — डेटा पूरी तरह इंटरनेट से अलग और लीक-प्रूफ
- ‘आस्क चाणक्य’ नामक एआई चैटबॉट — हिंदी और अंग्रेज़ी में मौखिक या लिखित सवाल पूछिए, जवाब पाएं
- इंटरएक्टिव कियोस्क — QR कोड स्कैन करते ही योजनाएं मोबाइल पर
- फ्यूचर-रेडी वेबसाइट — अधिकारी अपने दफ्तर से ही देख पाएंगे सारा डेटा
कमांड एंड कंट्रोल सेंटर — सात निश्चय की नज़र
बिहार सरकार की फ्लैगशिप योजना मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत हर जिले में संचालित DRCC (जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र) की मॉनिटरिंग के लिए बनाया गया कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, अब निगरानी को नया आयाम देगा।
विभाग का दावा है कि DRCC की कार्यप्रणाली अब 24×7 नज़र में रहेगी और किसी भी प्रकार की लापरवाही या विलंब पर तुरंत कार्रवाई संभव होगी।
मंत्री ने क्या कहा?
विजेंद्र यादव ने मंच से कहा —
“अब योजना निर्माण कागज़ पर नहीं, डेटा पर आधारित होगा। यह नया स्ट्रेटेजी रूम बिहार की प्रशासनिक दक्षता को नई उड़ान देगा। हम सुशासन को सिर्फ़ नारा नहीं, ज़मीनी हकीकत बना रहे हैं।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि ऑपरेशन सिंदूर से लेकर तकनीकी स्ट्रेटेजी रूम तक, बिहार अब नेतृत्व, नवाचार और सुशासन के रास्ते पर मजबूती से चल पड़ा है।
बिहार की योजनाएं अब होंगी स्मार्ट, ट्रैक और एक्शन के साथ
इस पूरे तंत्र का एकमात्र लक्ष्य है — नीतियों को गति देना, जनता तक पहुंचाना और उसे पारदर्शी बनाना। इसका सीधा असर सरकारी योजनाओं की समयबद्ध क्रियान्वयन, जनता की संतुष्टि, और प्रशासनिक जवाबदेही पर पड़ेगा।
बिहार अब न केवल डिजिटल रूप से सक्षम हो रहा है, बल्कि नीति और तकनीक के संगम से वह विकसित राज्यों की दौड़ में नया संकेत दे चुका है।


