
नई दिल्ली | 30 जून 2025:देश के प्रतिष्ठित उच्च शिक्षण संस्थानों में रैगिंग विरोधी नियमों की अनदेखी पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने कड़ा रुख अपनाया है। चार आईआईटी, तीन आईआईएम समेत 17 राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों को डिफॉल्टर सूची में शामिल किया गया है।
UGC ने 89 संस्थानों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिन्होंने एंटी रैगिंग शपथ पत्र जमा नहीं किया है। UGC ने चेतावनी दी है कि मानदंडों का पालन न करने पर संबंधित संस्थानों की मान्यता रद्द की जा सकती है और उन्हें मिलने वाला अनुदान भी रोका जा सकता है।
UGC के रुख में सख्ती
UGC सचिव मनीष जोशी ने कहा कि सभी उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए “UGC रैगिंग विरोधी विनियमन 2009” का अनुपालन अनिवार्य है। छात्रों की सुरक्षा और संस्थानों में सकारात्मक शैक्षणिक वातावरण बनाए रखने के लिए यह बेहद जरूरी है।
डिफॉल्टर संस्थानों में IIT, IIM, AIIMS, और राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान जैसे संस्थान शामिल हैं, जो अब तक शपथ पत्र नहीं सौंप सके हैं। UGC का कहना है कि यदि समय रहते आवश्यक कार्रवाई नहीं की गई, तो इन संस्थानों के खिलाफ अनुशासनात्मक कदम उठाए जाएंगे।