पटना, 20 अगस्त 2025:उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान की पहल पर पश्चिम चंपारण के 15 कांसा और पीतल शिल्पकारों को मुरादाबाद में 5 दिवसीय उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
प्रशिक्षण में शिल्पकारों को कांसा और पीतल शिल्प निर्माण की नई तकनीकें, आधुनिक डिजाइन, फिनिशिंग, पॉलिशिंग और उन्नत औजारों का प्रयोग सिखाया जा रहा है। साथ ही उन्हें बाजार की मांग के अनुरूप उत्पाद तैयार करने और गुणवत्ता सुधारने की विशेष जानकारी दी जा रही है।
इस प्रशिक्षण का उद्देश्य शिल्पकारों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा के योग्य बनाना और उनकी आय बढ़ाना है। प्रशिक्षण अवधि के दौरान सभी प्रतिभागियों को नाश्ता, भोजन और आवास की सुविधा निःशुल्क प्रदान की जा रही है।
यह पहल पारंपरिक धातु शिल्प के संरक्षण और ‘वोकल फॉर लोकल’ व ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।


