मोकामा/पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान समाप्त हो चुका है, लेकिन मोकामा सीट अभी भी सबसे चर्चित और संवेदनशील बनी हुई है। 30 अक्टूबर को हुए दुलारचंद यादव हत्याकांड के बाद से क्षेत्र में तनाव बना हुआ है, और मतदान समाप्त होने के बाद भी सुरक्षा में ढील नहीं दी गई है। प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि 14 नवंबर के नतीजे आने तक मोकामा में कड़ी निगरानी जारी रहेगी।
मोकामा में सुरक्षा क्यों इतनी सख्त?
मतदान के बाद भी मोकामा में—
- चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात
- ग्रामीण इलाकों में झड़प रोकने के लिए BSF की गश्त
- धारा 144 लागू
- फ्लैग मार्च लगातार जारी
स्थिति सामान्य दिख रही है, लेकिन पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हालात “नाजुक और संवेदनशील” हैं। इसी कारण सुरक्षा बलों की तैनाती नहीं हटाई गई है।
दुलारचंद यादव हत्या: घटना के बाद उबाल
30 अक्टूबर को हुए इस हत्याकांड ने चुनावी माहौल को हिला दिया था।
- दुलारचंद को गोली मारी गई
- गोली लगने के बाद वाहन से कुचले जाने की भी आशंका
- घटना के बाद इलाके में भारी बवाल
राजनीतिक रंजिश की चर्चा तेज हुई और तनाव पूरे विधानसभा क्षेत्र में फैल गया।
अनंत सिंह की गिरफ्तारी—माहौल और गरम
पुलिस ने तेज़ी से कार्रवाई करते हुए जदयू उम्मीदवार और चर्चित बाहुबली अनंत सिंह को आरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया।
वह वर्तमान में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल में बंद हैं।
हालाँकि, समर्थकों का दावा है कि यह “राजनीतिक साजिश” है।
गिरफ्तारी के बाद मोकामा और आसपास के इलाकों में तनाव और बढ़ गया।
गोली का खोखा अब तक नहीं मिला, डीप सर्च जारी
पुलिस की जांच का अहम हिस्सा है गोली का खोखा, जो अभी तक बरामद नहीं हुआ है।
- डीप सर्च मेटल डिटेक्टर से तलाशी
- घटना स्थल की बार-बार जांच
- फॉरेंसिक टीम भी सक्रिय
खोखा मिलने से यह साफ होगा कि गोली किस हथियार से चली और किस बोर की थी।
पोस्टमार्टम में पुष्टि हुई कि गोली दुलारचंद के पैर में लगी, जिससे उनकी मौत हुई।
CID ने संभाली जांच, मोबाइल CDR से सुराग तलाशे जा रहे
मामले की गंभीरता देखते हुए CID ने जांच अपने हाथ में ले ली है।
टीमें अब—
- मोबाइल कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR)
- वीडियो फुटेज
- मोबाइल क्लिप
- सोशल मीडिया पोस्ट
की छानबीन कर रही हैं।
CID पता लगाने में जुटी है कि घटना के पहले और बाद में किस-किस से बातचीत हुई थी।
SP को मिला खास निर्देश
पुलिस मुख्यालय ने मोकामा की स्थिति को देखते हुए ग्रामीण SP अपराजिता लोहान को 17 नवंबर तक वहीं मौजूद रहने का आदेश दिया है।
उच्च अधिकारियों का साफ निर्देश है कि किसी भी कीमत पर कानून-व्यवस्था न बिगड़े।
परिवार की मांग — CBI जांच
दुलारचंद के परिजनों और समर्थकों में अभी भी आक्रोश है।
परिवार ने आरोप लगाया कि घटना में “बड़े राजनीतिक चेहरों” की भूमिका हो सकती है और CBI जांच की मांग की है।
चुनावी राजनीति का बड़ा मुद्दा बन गया मोकामा
मोकामा का मामला अब केवल हत्या नहीं—
बल्कि बिहार चुनाव की सियासी रणनीति का केंद्र बन गया है।
- जदयू इसे कानून-व्यवस्था का उदाहरण बता रहा
- विपक्ष इसे सरकार की नाकामी बता रहा
दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप चरम पर हैं।


