उत्तर बिहार में ऑरेंज अलर्ट जारी, दक्षिण बिहार में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना
पटना, 11 सितंबर।बिहार में मानसून ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। पिछले चार दिनों से राज्यभर में लगातार बारिश हो रही है। नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों में जलजमाव और कठिनाइयाँ बढ़ने लगी हैं। इसी बीच, मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने गुरुवार को उत्तर बिहार के आठ जिलों के लिए भारी बारिश और वज्रपात का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
किन जिलों में अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज जिलों में देर रात से ही बारिश का दौर जारी है। यहां आज पूरे दिन भारी वर्षा और ठनका गिरने की संभावना है।
दक्षिण बिहार में भी बरसेंगे बादल
उत्तर बिहार के साथ-साथ गोपालगंज, सीवान, सारण, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, कटिहार और भागलपुर जैसे जिलों में भी देर रात से बारिश हो रही है। वहीं, पटना और वैशाली जिलों में सुबह 6:02 बजे से 9:02 बजे तक मध्यम स्तर की वर्षा और वज्रपात की चेतावनी दी गई है।
दक्षिण बिहार के जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है, हालांकि बीच-बीच में धूप निकलने से उमस भी बढ़ सकती है।
बारिश का दौर जारी रहेगा
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले पांच दिनों तक राज्य में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। कहीं ज्यादा तो कहीं कम बारिश होगी। तापमान में हल्की गिरावट होगी, लेकिन उमस से राहत मिलने की संभावना कम है।
बुधवार का बारिश का हाल
- पश्चिम चंपारण (बेतिया): 135.2 मिमी
- अररिया: 67.5 मिमी
- सुपौल: 65.6 मिमी
- खगड़िया: 57.2 मिमी
- सीतामढ़ी: 47 मिमी
- वैशाली: 32.4 मिमी
- बांका: 31.2 मिमी
- मुजफ्फरपुर: 30.8 मिमी
- औरंगाबाद: 28.6 मिमी
भागलपुर, मधुबनी और पूर्णिया में भी मध्यम स्तर की वर्षा दर्ज की गई।
तापमान में हल्की बढ़ोतरी
बारिश के बावजूद तापमान में मामूली बढ़ोतरी हुई है।
- पटना: 33 डिग्री सेल्सियस (0.6 डिग्री की वृद्धि)
- शेखपुरा: 35.1 डिग्री सेल्सियस (राज्य में सबसे अधिक)
- समस्तीपुर: 30.3 डिग्री सेल्सियस (राज्य में सबसे कम)
किसानों के लिए राहत, लोगों के लिए चिंता
लगातार हो रही बारिश से धान की खेती करने वाले किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। लेकिन वज्रपात और जलजमाव ने आम लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।
मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे सतर्क रहें और आवश्यक एहतियात बरतें, खासकर खुले स्थानों पर खड़े न हों और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें।


