चंडीगढ़ के सरकारी आवास में शव बरामद, पत्नी आईएएस अमनीत पी. कुमार इस वक्त जापान दौरे पर; पिछले साल लगाए थे वरिष्ठ अफसरों पर जातीय भेदभाव और भ्रष्टाचार के आरोप
चंडीगढ़ | 8 अक्टूबर 2025
हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार ने मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित अपने सरकारी आवास में खुद को गोली मार ली।
वे एडीजीपी रैंक के अधिकारी थे और 2001 बैच के आईपीएस थे। पुलिस ने बताया कि पूरन कुमार का शव उनके कमरे से बरामद हुआ, पास में ही उनकी सर्विस रिवॉल्वर और नौ पन्नों का सुसाइड नोट मिला है।
पुलिस ने घटनास्थल को सील कर फॉरेंसिक टीम को बुलाया है। प्रारंभिक जांच में खुदकुशी की पुष्टि हुई है। सुसाइड नोट की सामग्री का विश्लेषण जारी है।
पत्नी आईएएस अधिकारी, इस समय जापान में सरकारी दौरे पर
पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी. कुमार 2001 बैच की आईएएस अधिकारी हैं और इस समय हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व वाले जापान दौरे पर गई हुई हैं।
घटना की जानकारी मिलने के बाद वे तुरंत भारत लौटने की तैयारी में हैं।
पिछले साल उठाया था जातीय भेदभाव का मुद्दा
वाई. पूरन कुमार पिछले साल सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने पूर्व डीजीपी और कुछ वरिष्ठ अधिकारियों पर जातीय भेदभाव और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
उन्होंने दावा किया था कि कुछ अधिकारियों को एक से ज्यादा सरकारी आवास आवंटित किए गए हैं, जबकि उन्हें जानबूझकर दरकिनार किया गया।
उन्होंने यह भी कहा था कि उनकी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे वे मानसिक तनाव में थे।
पुलिस ने घटनास्थल से सबूत जुटाए, सुसाइड नोट की जांच जारी
चंडीगढ़ पुलिस ने बताया कि घटनास्थल से रिवॉल्वर, मोबाइल फोन और नौ पन्नों का सुसाइड नोट बरामद हुआ है।
फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम ने कमरे से सभी साक्ष्य एकत्र कर लिए हैं।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि सुसाइड नोट में कुछ वरिष्ठ अधिकारियों का जिक्र किया गया है और सेवा में हुए अन्याय को लेकर उन्होंने अपनी पीड़ा व्यक्त की है।
साथियों ने जताया शोक
हरियाणा पुलिस सेवा के कई अधिकारियों ने पूरन कुमार के निधन पर गहरा दुख जताया है।
एक अधिकारी ने कहा, “पूरन कुमार एक ईमानदार और अनुशासित अफसर थे। हाल के महीनों में वे काफी तनाव में थे, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि वे ऐसा कदम उठा लेंगे।”
कौन थे वाई. पूरन कुमार — करियर और प्रोफाइल
- 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी थे।
- हरियाणा पुलिस में कई अहम पदों पर तैनात रहे।
- एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) और ट्रेनिंग विंग में जिम्मेदारी संभाल चुके थे।
- अपने स्पष्ट रुख और सख्त छवि के लिए जाने जाते थे।
- पिछले साल अधिकारियों पर भेदभाव और अनुचित आवास आवंटन के आरोप लगाकर विवादों में आए थे।
(जांच जारी, पुलिस जल्द करेगी प्रेस कॉन्फ्रेंस)
चंडीगढ़ पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुसाइड नोट की जांच और परिवार से बातचीत के बाद ही आत्महत्या के कारणों पर आधिकारिक बयान जारी किया जाएगा।
फिलहाल शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।


