हाजीपुर: बिहार के बहुचर्चित आईएएस जी. कृष्णैया हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे पूर्व विधायक विजय कुमार उर्फ मुन्ना शुक्ला और पूर्व सांसद सूरजभान सिंह को हाजीपुर की अदालत ने बबलू श्रीवास्तव हत्याकांड समेत चार लोगों की हत्या के मामले में बाइज्जत बरी कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला वैशाली जिले के पटेढ़ा का है, जहां कुख्यात अपराधी बबलू श्रीवास्तव की हत्या कर दी गई थी। बबलू श्रीवास्तव को भुटकुन शुक्ला हत्याकांड में आरोपी बनाया गया था और वह उस समय जेल में बंद था। हाजीपुर जेल से मुजफ्फरपुर कोर्ट में पेशी के दौरान रास्ते में उसकी हत्या कर दी गई थी। इस हमले में तीन पुलिसकर्मियों की भी मौत हुई थी।
कोर्ट में बरी हुए बाहुबली नेता
इस मामले में मुन्ना शुक्ला और सूरजभान सिंह को आरोपी बनाया गया था। मुन्ना शुक्ला के परिजनों का कहना है कि उनका नाम सिर्फ भाई भुटकुन शुक्ला से संबंध होने के कारण फंसाया गया था। फैसले के दौरान दोनों नेता अदालत में मौजूद रहे।
कोर्ट ने सबूतों के अभाव में दोनों को बाइज्जत बरी कर दिया।
चुनावी माहौल में बड़ा असर
बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हैं। ऐसे में बाहुबली नेताओं को मिली यह राहत राजनीतिक दृष्टि से भी अहम मानी जा रही है। एक ओर जहां मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला को आरजेडी ने लालगंज सीट से टिकट दिया है, वहीं सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी को मोकामा से अनंत सिंह के खिलाफ मैदान में उतारा गया है।


