पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सियासी बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के हालिया बयानों पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने जोरदार पलटवार किया है। राजद के प्रवक्ता एजाज अहमद ने शुक्रवार को एक प्रेस बयान जारी कर गिरिराज सिंह से पूछा कि जब उनके मंत्रालय ने देशभर में 9 टेक्सटाइल पार्क स्वीकृत किए, तो बिहार को अब तक क्यों वंचित रखा गया?
“11 सालों में भाजपा ने बिहार को सिर्फ वादे दिए” – राजद
राजद प्रवक्ता ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि भाजपा के सत्ता में 11 साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन देश के 22 करोड़ युवाओं को रोजगार देने के वादे की जगह अब तक केवल 8 लाख नौकरियां दी गई हैं।
“ये आंकड़े साबित करते हैं कि भाजपा की नीतियां रोजगार देने में विफल रही हैं। केंद्र सरकार नफरत की राजनीति कर रही है और बिहार के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।” – एजाज अहमद, प्रवक्ता, राजद
“बिहार को नहीं मिला वाजिब हक”
राजद ने कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और विशेष आर्थिक पैकेज देने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। जबकि दूसरी तरफ, गुजरात जैसे राज्यों को बार-बार बड़ी आर्थिक सहायता दी जा रही है।
एजाज अहमद ने आरोप लगाया कि डबल इंजन सरकार ने बिहार को विकास के मामले में फिसड्डी राज्य बना दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार को:
- चिकित्सा सुविधाओं में
- शिक्षा के क्षेत्र में
- मानव विकास सूचकांक में
लगातार पीछे धकेला जा रहा है, और इसमें केंद्र की नीतियों की बड़ी भूमिका है।
टेक्सटाइल पार्क पर उठे सवाल
राजद ने विशेष तौर पर गिरिराज सिंह को आड़े हाथों लेते हुए पूछा:
“जब आप देशभर में टेक्सटाइल पार्क बाँट रहे थे, तब अपने गृह राज्य बिहार के लिए आपने कोई पहल क्यों नहीं की?”
राजद का कहना है कि बिहार के युवाओं को रोजगार देने के नाम पर भाजपा केवल खोखले वादे करती रही है, जबकि ज़मीनी स्तर पर कोई ठोस पहल नहीं हुई।
क्या कहते हैं सियासी विश्लेषक?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राजद की यह रणनीति भाजपा की विकास पर आधारित राजनीति को कटघरे में खड़ा करने की है, जिससे आगामी चुनाव में स्थानीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जा सके।