पटना, 7 जून 2025:
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी ने शुक्रवार को पटना के गर्दनीबाग स्थित बापू टावर संग्रहालय का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने संग्रहालय की विभिन्न दीर्घाओं, ऐतिहासिक चित्रों, म्यूरल्स, ऑडियो-विज़ुअल प्रस्तुतियों और लघु फिल्मों के माध्यम से बापू के जीवन, विचारों और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी स्मृतियों का गहराई से अवलोकन किया।
बापू के विचारों को जीवंत करती प्रस्तुतियाँ
तुषार गांधी ने संग्रहालय की सभी गैलरियों और रैम्प का सूक्ष्म निरीक्षण किया। उन्होंने विशेष रूप से सराहना करते हुए कहा कि,
“चित्रों, म्यूरल्स, कटआउट्स, प्रोजेक्टर स्क्रीन और ऑडियो-विजुअल माध्यमों से गांधी जी के जीवन और विचारों को जिस तरह से प्रस्तुत किया गया है, वह अत्यंत प्रभावशाली और जीवंत है। यह संग्रहालय आने वाली पीढ़ियों को गांधी जी के आदर्शों से जोड़ने में सक्षम है।”
बिहार सरकार के प्रयासों की सराहना
तुषार गांधी ने बिहार सरकार द्वारा गांधी जी के सिद्धांतों पर आधारित योजनाओं के प्रदर्शन को भी सराहा। उन्होंने कहा कि बिहार ने न केवल गांधी जी की ऐतिहासिक विरासत को संजोया है, बल्कि उसे जन-जन तक पहुँचाने का कार्य भी किया है।
सांस्कृतिक आदान-प्रदान का भावपूर्ण क्षण
बापू टावर संग्रहालय के निदेशक विनय कुमार ने तुषार गांधी का पुष्पगुच्छ, शाल और स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनंदन किया। इस अवसर पर संग्रहालय के उप निदेशक ललित कुमार सिंह, विशेष कार्य पदाधिकारी नीलिमा साहू समेत कई गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
संग्रहालय के बारे में संक्षेप में
बापू टावर संग्रहालय बिहार सरकार की एक अनूठी पहल है, जिसका उद्देश्य गांधी जी के विचारों, आंदोलनों और जीवन दर्शन को शैक्षणिक व सांस्कृतिक संदर्भ में प्रस्तुत करना है। यह स्थल युवाओं और शोधकर्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनता जा रहा है।