जमुई, बिहार: राज्य में नक्सलवाद के खिलाफ चल रही मुहिम को एक और बड़ी सफलता मिली है। जमुई पुलिस और एसटीएफ (STF) ने संयुक्त ऑपरेशन में 15 वर्षों से फरार चल रही कुख्यात महिला नक्सली सरिता सोरेन उर्फ सीता सोरेन को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी झाझा थाना क्षेत्र के कर्मा गांव के पास से हुई है।
पुलिस को बड़ी सफलता
गिरफ्तारी के संबंध में जमुई एसपी मदन कुमार आनंद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि महिला नक्सली सरिता सोरेन वर्ष 2010 में चकाई में हुए दोहरे हत्याकांड में शामिल रही है। साथ ही वह मारक दस्ता (एक्शन स्क्वाड) की सक्रिय सदस्य भी रही है।
एसपी के मुताबिक, यह नक्सली पिछले कई वर्षों से आर्म्स एक्ट, हत्या, और अन्य गंभीर मामलों में वांछित थी, लेकिन हर बार पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाती थी। इस बार गुप्त सूचना के आधार पर गठित टीम ने उसे चारों ओर से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया।
ऑपरेशन में शामिल रही ये टीमें
गिरफ्तारी की इस कार्रवाई में झाझा एसडीपीओ राजेश कुमार, चकाई थाना प्रभारी राकेश कुमार, STF के सशस्त्र बल, और टेक्निकल सेल के जवान शामिल थे। पुलिस ने महिला नक्सली के मायके स्थित ठिकाने पर छापेमारी कर उसे हिरासत में लिया।
नक्सलवाद पर लग रही लगाम
बिहार पुलिस द्वारा हाल के दिनों में की जा रही बैक टू बैक कार्रवाइयों से स्पष्ट है कि राज्य में नक्सलियों की कमर टूटती जा रही है। अधिकांश नक्सली या तो मारे जा चुके हैं, या फिर गिरफ्तार कर लिए गए हैं। ऐसे में सरिता सोरेन की गिरफ्तारी को भी एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।