पटना में शहद उत्पादक सहयोग समितियों की एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित
पटना, 21 सितंबर। शहद उत्पादन करने वाले कृषकों को उनके कौशल और व्यवसाय विस्तार के लिए पटना के दीप नारायण क्षेत्रीय सहकारी प्रबंध संस्थान में एक दिवसीय प्रशिक्षण-सह-कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राज्य के लगभग 250 शहद उत्पादक सहयोग समितियों के अध्यक्ष और अन्य महत्वपूर्ण पदाधिकारी शामिल हुए।
कार्यशाला का उद्देश्य
आज की कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शहद उत्पादक समितियों के कौशल उन्नयन, व्यवसाय वृद्धि और क्षमता वर्धन करना था। प्रशिक्षण सत्र में विशेषज्ञों ने किसानों को मधुमक्खी पालन, शहद उत्पादन और प्रसंस्करण तकनीक पर मार्गदर्शन दिया। साथ ही, गुणवत्ता नियंत्रण और ब्रांडिंग के महत्व से भी अवगत कराया गया ताकि बिहार का शहद राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहचान बना सके।
कार्यशाला में शहद उत्पादक सहयोग समिति से संबंधित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया, जिसमें सहकारिता विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं और पहलों की जानकारी दी गई।
मंत्री डॉ. प्रेम कुमार का संदेश
कार्यक्रम के अवसर पर माननीय मंत्री, सहकारिता विभाग, डॉ. प्रेम कुमार ने कहा:
“शहद उत्पादक सहयोग समितियाँ किसानों की आय बढ़ाने का एक मजबूत जरिया हैं। हमारा उद्देश्य केवल शहद का उत्पादन बढ़ाना नहीं है, बल्कि प्रसंस्करण, पैकेजिंग और विपणन के माध्यम से किसानों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों से जोड़ना है। बिहार आने वाले समय में शहद उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में उभरेगा।”
कार्यक्रम में उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्ति
कार्यक्रम में निबंधक, सहयोग समितियाँ श्री रजनीश कुमार सिंह, अपर निबंधक (साख) श्री प्रभात कुमार, अपर निबंधक (प्रशासन) श्री रामनरेश पांडेय, अपर निबंधक (न्यायिक) श्री विकास कुमार बरियार, संयुक्त निबंधक (अंकेक्षण) श्री कामेश्वर ठाकुर, निदेशक डीप नारायण सिंह क्षेत्रीय सहकारी प्रबंध संस्थान डॉ. के. पी. रंजन और सहकारिता विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
इस कार्यशाला के माध्यम से बिहार में शहद उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और किसान नई तकनीकों व व्यवसायिक रणनीतियों के साथ अपने उत्पाद को बाजार में प्रतिस्पर्धी बना सकेंगे।


