मुजफ्फरपुर | 14 अगस्त 2025: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के खुलासे के बाद लोजपा (रामविलास) की सांसद वीणा देवी और उनके पति, जेडीयू विधान पार्षद दिनेश कुमार सिंह, दो-दो मतदाता पहचान पत्र (EPIC) रखने के मामले में फंसते नज़र आ रहे हैं। चुनाव आयोग ने दोनों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
क्या है मामला?
विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान मुजफ्फरपुर निबंधन पदाधिकारी ने पाया कि सांसद और एमएलसी—दोनों का नाम दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची में दर्ज है।
- वीणा देवी का रिकॉर्ड
- साहेबगंज विधानसभा क्षेत्र (98), बूथ संख्या 325, क्रम संख्या 352, EPIC नंबर UTO1134543
- मुजफ्फरपुर विधानसभा क्षेत्र (94), बूथ संख्या 371, क्रम संख्या 252, EPIC नंबर GSB1037894
- दिनेश सिंह का रिकॉर्ड
- साहेबगंज विधानसभा क्षेत्र (98), बूथ संख्या 325, क्रम संख्या 349, EPIC नंबर UTO1134527
- मुजफ्फरपुर विधानसभा क्षेत्र (94), बूथ संख्या 371, क्रम संख्या 251, EPIC नंबर REM0933267
चुनाव आयोग की कार्रवाई
निबंधन पदाधिकारी ने दोनों को पत्र भेजकर कहा है कि 16 अगस्त 2025, शाम 5 बजे तक जवाब दें, अन्यथा नियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
वीणा देवी की सफाई
सांसद वीणा देवी ने इस मामले को BLO की गलती बताया। उन्होंने कहा कि उनका पैतृक घर वैशाली के दाउदपुर में है और वह वहीं की मतदाता हैं। मुजफ्फरपुर से नाम हटाने के लिए वह पहले ही आवेदन दे चुकी हैं, लेकिन BLO ने अपडेट नहीं किया।
“मैं 2001 से चुनाव लड़ रही हूं। पैतृक घर दाउदपुर (वैशाली) में है, वहीं वोटर हूं। मुजफ्फरपुर में डेरा है और वहां से नाम हटाने के लिए आवेदन पहले ही दे दिया था। यह पूरी तरह BLO की लापरवाही है, मैंने उन्हें फटकार लगाई है और ऐसे कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है।” – वीणा देवी, सांसद (वैशाली)
दिनेश सिंह का बयान
एमएलसी दिनेश सिंह ने भी यही तर्क दिया और इसे प्रशासनिक लापरवाही बताया।
“हर वोट पुनरीक्षण में मैं लिखित देता हूं कि मेरा नाम पैतृक गांव में है और मुजफ्फरपुर से हटाया जाए। इस बार भी दिया था, लेकिन BLO ने नाम हटाया नहीं। सबूत हमारे पास है।” – दिनेश सिंह, विधान पार्षद (जेडीयू)
तेजस्वी यादव का आरोप
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर आरोप लगाया कि सांसद और एमएलसी—दोनों के पास दो-दो EPIC नंबर हैं। उन्होंने दावा किया कि यह चुनावी धांधली है और एनडीए को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया है।
“नीतीश कुमार के खास एमएलसी दिनेश सिंह और एनडीए सांसद वीणा देवी के पास दो अलग-अलग वोटर आईडी हैं। क्या यह चुनावी धांधली नहीं है?” – तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
अब आगे क्या?
दोनों नेताओं को चुनाव आयोग को जवाब देना होगा। यदि उनके स्पष्टीकरण से आयोग संतुष्ट नहीं हुआ तो दोहरी मतदाता सूची में नाम दर्ज होने के लिए कानूनी कार्रवाई हो सकती है।


