भागलपुर, 7 अगस्त 2025 | भागलपुर के उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह ने बुधवार को गोराडीह प्रखंड में अचानक स्वच्छता व्यवस्था की हकीकत जानने जब सड़कों पर उतरकर निरीक्षण किया, तो हड़कंप मच गया। निरीक्षण के दौरान 6 स्वच्छता कर्मी ड्यूटी से गायब पाए गए। इस लापरवाही पर डीडीसी ने नाराजगी जताते हुए साफ शब्दों में कहा — “जो काम नहीं करेगा, उस पर कार्रवाई तय है!”
डीडीसी ने गोराडीह के कई वार्डों में पैदल चलकर साफ-सफाई की असली तस्वीर देखी। उन्होंने कचरा प्रबंधन इकाइयों की कार्यप्रणाली को भी परखा और स्थानीय लोगों से संवाद कर उनकी समस्याएं भी सुनीं। इस दौरान नागरिकों ने खुलकर कहा कि “ड्रेनेज की हालत बदतर है, बारिश में मोहल्ले में नाव चल जाए तो हैरानी नहीं!”
बिना बताए गायब कर्मचारी, जवाब तलब
निरीक्षण के क्रम में जब छह स्वच्छता कर्मी मौके से नदारद मिले, तो डीडीसी ने फौरन बीडीओ को निर्देश दिया कि “जांच कर रिपोर्ट दो और दोषियों की जवाबदेही तय करो।” उन्होंने साफ कर दिया कि गोराडीह को अगर स्वच्छ बनाना है, तो हर कर्मचारी को समय पर ड्यूटी पर रहना ही होगा।
जनता ने गिनाईं समस्याएं, डीडीसी ने दिए मौके पर आदेश
स्थानीय नागरिकों ने पानी निकासी की समस्या को सबसे बड़ा मुद्दा बताया। जिस पर डीडीसी ने बीडीओ को आदेश दिया कि जल्द से जल्द योजना बना कर काम शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि “प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता जनता को बुनियादी सुविधाएं देना है, इसमें कोई लापरवाही नहीं चलेगी।”
स्वच्छता का मंत्र: जनभागीदारी + जवाबदेही
डीडीसी ने स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने के लिए जनभागीदारी को अनिवार्य बताया। उन्होंने निर्देश दिए कि:
- हर घर में कचरे का पृथक्करण अनिवार्य किया जाए
- कचरा उठाव नियमित हो और कोई क्षेत्र न छूटे
- स्वच्छता कर्मियों का साप्ताहिक मूल्यांकन हो
- ड्रेस कोड और कार्य व्यवहार पर सख्ती हो
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ग्राम सभाओं और जागरूकता अभियानों के ज़रिए आम जनता को इस अभियान से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा — “गोराडीह को स्वच्छ, स्वस्थ और विकसित बनाना है तो हर नागरिक को जिम्मेदारी उठानी होगी।”


