भागलपुर, 7 जून 2025।बिहार में चल रहे महिला संवाद कार्यक्रमों ने एक नया मुकाम हासिल कर लिया है। मौसम के बदलते मिजाज — कभी तेज धूप, तो कभी बारिश और हवाओं के बावजूद महिलाओं का उत्साह कम नहीं हो रहा है। राज्य सरकार की इस पहल में अब तक 3 लाख 20 हजार से अधिक महिलाएँ जुड़ चुकी हैं।
राज्यभर में पिछले 49 दिनों से लगातार आयोजित किए जा रहे इस कार्यक्रम के तहत अब तक 1485 स्थानों पर संवाद कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो चुके हैं। भागलपुर जिले के 30 ग्राम संगठनों में आज भी महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किए गए। हर दिन औसतन 7 हजार से अधिक महिलाएँ इसमें भाग ले रही हैं।
सरकार का मकसद महिलाओं के विचार और आकांक्षाओं को नीति-निर्माण में शामिल करना है। इन संवादों के दौरान महिलाओं से प्राप्त 29188 आकांक्षाओं को मोबाइल ऐप के माध्यम से दर्ज भी किया जा चुका है, जिनका त्वरित संज्ञान लेते हुए विभागवार संबंधित दफ्तरों तक भेजा जा रहा है।
महिलाओं की प्राथमिकता — समाजिक विकास और रोजगार
इन कार्यक्रमों में शामिल अधिकतर महिलाएं अपनी निजी मांगों की बजाय सामाजिक हित से जुड़े विषयों को तरजीह दे रही हैं। सामुदायिक सुविधाओं का विस्तार, बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ और रोजगार के नए अवसरों की माँग प्रमुख रही।
बिहपुर प्रखंड के जीवन जीविका महिला ग्राम संगठन की नूतन कुमारी ने बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। वहीं नवगछिया के जगतपुर पंचायत में कमल जीविका ग्राम संगठन की कोमल कुमारी ने लड़कियों के लिए खेल सुविधाओं की मांग रखी ताकि वे भी खेल जगत में बिहार का नाम रोशन कर सकें।
जिले के 1820 में से 1485 ग्राम संगठनों में हो चुके संवाद
भागलपुर जिले के बिहपुर, गोराडीह, जगदीशपुर, इस्माईलपुर, खरीक, नाथनगर, नवगछिया, सबौर, सन्हौला, शाहकुंड और सुल्तानगंज प्रखंड के विभिन्न स्थानों पर संवाद कार्यक्रम जारी हैं। वहीं गोपालपुर, पीरपैंती, कहलगांव, नारायणपुर और रंगराचैक में महिला संवाद कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो चुके हैं।
कुल 1820 ग्राम संगठनों में से अब तक 1485 में महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं।
राज्य सरकार की यह पहल न केवल नीति निर्माण में जन भागीदारी को बढ़ावा दे रही है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं की सामाजिक जागरूकता और नेतृत्व क्षमता को भी नई दिशा दे रही है।