पटना: बिहार में एनडीए गठबंधन ने सीट शेयरिंग का फार्मूला तय कर लिया है, लेकिन इसके बावजूद घटक दलों की नाराजगी थमने का नाम नहीं ले रही। एक तरफ जहां उपेंद्र कुशवाहा और जीतनराम मांझी नाराज हैं, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सीट बंटवारे को लेकर संतुष्ट नहीं दिखाई दे रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री और हम पार्टी के संरक्षक जीतनराम मांझी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार का गुस्सा जायज है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह भी चिराग पासवान के कोटे की दो सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे।
चिराग पासवान के खिलाफ उतरेंगे मांझी
पत्रकारों से बातचीत में जीतनराम मांझी ने कहा, “नीतीश कुमार से सहमत होते हुए हम भी दो सीटों पर अपना कैंडिडेट उतारेंगे। जब डिसीजन हो चुका है, तब फिर जेडीयू की सीट पर किसी और को सिंबल क्यों दिया जा रहा है।”
उन्होंने बताया कि बोधगया और मखदुमपुर सीटों पर उनका उम्मीदवार मैदान में उतरेगा। मांझी ने कहा, “किसी का नाम (चिराग पासवान) नहीं जानते हैं, लेकिन दो जगहों से अपना उम्मीदवार उतारने जा रहे हैं।”
सीटों का पृष्ठभूमि
- बोधगया सीट: पिछली बार बीजेपी ने इस सीट पर हरि मांझी को उम्मीदवार बनाया था, जबकि आरजेडी के कुमार सर्वजीत ने जीत हासिल की थी। इस बार यह सीट चिराग पासवान के कोटे में जा रही है, जिसे लेकर मांझी नाराज हैं।
- मखदुमपुर सीट: 2020 में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने देवेंद्र मांझी को उम्मीदवार बनाया था, जो जीतनराम मांझी के दामाद हैं। हालांकि उन्हें आरजेडी के सतीश कुमार से हार मिली थी। इस बार यह सीट लोजपा (रामविलास) को दी गई है।
एनडीए में सीट बंटवारा
एनडीए में सीट बंटवारे के तहत:
- बीजेपी और जदयू को 101-101 सीटें मिली हैं।
- चिराग पासवान की लोजपा (रामविलास) को 29 सीटें दी गई हैं।
- जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को 6-6 सीटें मिली हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि घटक दलों की नाराजगी और सीटों के विवाद से एनडीए के अंदरूनी समीकरण पर असर पड़ सकता है।


