नई दिल्ली, 8 जून 2025।देश की रक्षा क्षमताओं को और मज़बूत करने के लिए रक्षा मंत्रालय ने तीन अत्याधुनिक जासूसी विमान (I-STAR विमान) खरीदने की तैयारी तेज कर दी है। करीब 10,000 करोड़ रुपये की इस परियोजना पर इस महीने होने वाली रक्षा मंत्रालय की उच्चस्तरीय बैठक में निर्णय लिया जाएगा।
क्या हैं I-STAR विमान?
I-STAR (Intelligence, Surveillance, Target Acquisition and Reconnaissance) विमान हवा से दुश्मन के ठिकानों की निगरानी, लक्ष्य प्राप्ति और जासूसी में सक्षम होते हैं। यह विमान हवा से जमीन पर दुश्मन के रडार स्टेशन, वायु रक्षा यूनिट, सैन्य ठिकाने और मोबाइल लक्ष्य की स्पष्ट तस्वीरें और सूचनाएँ भेज सकते हैं। इससे वायुसेना को दुश्मन की गतिविधियों पर पल-पल की जानकारी मिलेगी और जरूरत पड़ने पर सटीक हमला भी किया जा सकेगा।
क्यों जरूरी है यह परियोजना?
भारत की सीमाओं पर बढ़ते सुरक्षा खतरे और चीन-पाकिस्तान की बढ़ती सैन्य सक्रियता को देखते हुए यह परियोजना बेहद अहम मानी जा रही है। वायुसेना को पहले से ज्यादा हाई-टेक निगरानी और खुफिया जानकारी देने के लिए ये विमान गेमचेंजर साबित होंगे।
कब तक होगा फैसला?
सूत्रों के मुताबिक, इस 10,000 करोड़ रुपये की परियोजना को इसी महीने रक्षा मंत्रालय की उच्च स्तरीय बैठक में मंजूरी मिलने की उम्मीद है। इसके बाद विमान खरीद की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू होगी।