बिहार में हर साल 3 दिसंबर को देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती के अवसर पर मेधा दिवस समारोह आयोजित किया जाता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर शुरू हुई यह परंपरा अब राज्य की शिक्षा प्रणाली का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है। इस दिन इंटर और मैट्रिक वार्षिक परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया जाता है।
151 छात्र होंगे सम्मानित, हर छात्र को मिलेगा लैपटॉप
इस बार मेधा दिवस में कुल 151 मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा। खास बात यह है कि इस वर्ष से पुरस्कार राशि दोगुनी कर दी गई है और सभी चयनित छात्रों को एक-एक लैपटॉप, मेडल और प्रशस्ति-पत्र दिया जाएगा।
बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया—
“इस बार 123 छात्र मैट्रिक के टॉप 10 और 28 छात्र इंटर के तीनों संकायों में टॉप-5 में आने वाले शामिल होंगे.”
कितनी पुरस्कार राशि मिलेगी?
इंटर (टॉप-5) और मैट्रिक (टॉप-10) के लिए नई पुरस्कार राशि:
- 1st Rank – ₹2 लाख (पहले ₹1 लाख)
- 2nd Rank – ₹1.5 लाख
- 3rd Rank – ₹1 लाख
इंटर में 4th–5th Rank :
- पहले ₹15,000
- अब ₹30,000
मैट्रिक 4th–10th Rank :
- पहले ₹10,000
- अब ₹20,000
इसके अलावा सभी छात्रों को लैपटॉप भी दिया जाएगा ताकि वे डिजिटल संसाधनों, प्रतियोगी परीक्षा तैयारी और ऑनलाइन शिक्षा में आगे बढ़ सकें।
समारोह में मौजूद रहेंगे शिक्षा मंत्री
मेधा दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षा मंत्री सुनील कुमार उपस्थित रहेंगे। साथ ही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष, सदस्य एवं शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी कार्यक्रम में शामिल होंगे।
डॉ. राजेंद्र प्रसाद की स्मृति में व्याख्यान भी
समारोह में एक विशेष मेमोरियल लेक्चर भी आयोजित होगा। यह व्याख्यान प्रतिष्ठित शिक्षाविद् प्रोफेसर अजय घटक देंगे, जो फिज़िक्स के अंतरराष्ट्रीय स्तर के विद्वान हैं। उनके नाम 170+ शोधपत्र और 20 से अधिक पुस्तकों का योगदान है।
मेधा दिवस का महत्व
मेधा दिवस न सिर्फ छात्रों को सम्मानित करता है बल्कि उन्हें आर्थिक व शैक्षणिक सहायता भी प्रदान करता है।
- लैपटॉप डिजिटल शिक्षा में मदद करेगा
- बढ़ी हुई राशि से छात्र कोचिंग, आगे की पढ़ाई या अन्य जरूरतें पूरी कर सकेंगे
- सार्वजनिक सम्मान से मेहनत का महत्व और बढ़ेगा
- अन्य छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी कि मेहनत का फल अवश्य मिलता है


