भागलपुर | 11 जून 2025: श्रावणी मेला 2025 की भव्य तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज सुलतानगंज में भागलपुर के उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह और नगर पुलिस अधीक्षक शुभांक मिश्रा ने संयुक्त रूप से निरीक्षण किया।
इस निरीक्षण में अनुमंडल पदाधिकारी (सदर), नगर परिषद सुलतानगंज के कार्यपालक पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता मिथिलेश प्रसाद सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।
घाटों की स्थिति का लिया जायजा
निरीक्षण के दौरान उप विकास आयुक्त ने घाटों की मरम्मत कार्य और सफाई व्यवस्था का बारीकी से अवलोकन किया। संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सभी घाटों पर समयबद्ध तरीके से मरम्मत कार्य पूरा कर श्रद्धालुओं की सुविधा सुनिश्चित की जाए।
सुरक्षा के मद्देनजर घाटों पर सुरक्षा रेलिंग, बैरिकेडिंग और प्रकाश व्यवस्था को सुदृढ़ करने के भी निर्देश दिए गए।
भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर योजना
मेला क्षेत्र में संभावित भीड़ नियंत्रण के लिए
- प्रमुख स्थानों पर बैरिकेडिंग
- सीसीटीवी कैमरे की निगरानी व्यवस्था
- दिशा सूचक बोर्ड और
- नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का निर्देश दिया गया।
महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष महिला सुरक्षा बल की तैनाती, वॉच टावर और स्वयंसेवकों की सहायता से निगरानी व्यवस्था को सशक्त बनाने का निर्णय लिया गया।
पार्किंग व्यवस्था और ट्रैफिक प्लान
डीडीसी ने निर्देश दिया कि मेला क्षेत्र के बाहर विभिन्न स्थानों पर पार्किंग स्थलों की व्यवस्था की जाए।
हर पार्किंग स्थल पर
- संकेतक बोर्ड
- पीने के पानी
- शौचालय की सुविधा अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए।
नगर पुलिस अधीक्षक शुभांक मिश्रा ने बताया कि वन-वे मार्ग, वैकल्पिक रूट और ट्रैफिक नियंत्रण व्यवस्था के लिए एक विस्तृत ट्रैफिक योजना तैयार की जा रही है, ताकि वाहनों की सुगम आवाजाही बनी रहे।
सफाई और स्वास्थ्य सेवाएं भी होंगी सुदृढ़
उप विकास आयुक्त ने नगर परिषद को निर्देश दिया कि पूरे मेला क्षेत्र में नियमित सफाई व्यवस्था, चलित शौचालय, कूड़ेदान और सैनिटेशन की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।
स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया कि मेला क्षेत्र में प्राथमिक उपचार केंद्र, एम्बुलेंस और चिकित्सकीय स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित करें।
श्रावणी मेला को लेकर डीडीसी का संदेश
निरीक्षण के दौरान उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह ने कहा,
“श्रावणी मेला एक महत्त्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है, जिसमें देशभर से लाखों श्रद्धालु गंगाजल लेकर देवघर जाते हैं। ऐसे में सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें और श्रद्धालुओं की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें।”