चक्रवात मोंथा (Cyclone Motha) के प्रभाव से अब उत्तर भारत में कंपाने वाली ठंड और बारिश दोनों ने दस्तक दे दी है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के कई हिस्सों — खासकर उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, तेलंगाना और केरल में भारी बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है।
उत्तर भारत में बारिश और ठंड का दोहरा असर
IMD के अनुसार,
- 30 अक्टूबर को पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गरज के साथ भारी बारिश हो सकती है।
- 30–31 अक्टूबर को पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बिजली कड़कने और तेज हवाओं की संभावना है।
- राजस्थान के पश्चिमी इलाकों में भी बारिश और ठंडी हवाओं का असर दिखेगा।
इससे उत्तर भारत में ठंड की शुरुआती लहर शुरू हो गई है, खासकर सुबह और देर शाम के समय तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है।
दक्षिण भारत में Cyclone Motha का सीधा असर
IMD ने बताया है कि केरल, तेलंगाना, रायलसीमा, और आंध्र प्रदेश में अगले 48 घंटों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है।
- तेलंगाना में 50 किमी/घंटा तक की तेज हवाएं और बिजली कड़कने की चेतावनी दी गई है।
- तमिलनाडु, रायलसीमा और उत्तरी कर्नाटक में भी 30–31 अक्टूबर को गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना जताई गई है।
पूर्वी और मध्य भारत में भी भारी बारिश का अनुमान
- 30–31 अक्टूबर: बिहार, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
- 29–30 अक्टूबर: पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में बहुत भारी बारिश का अनुमान है।
- 31 अक्टूबर से 2 नवंबर: पूर्वी मध्य प्रदेश और ओडिशा में बिजली और गरज के साथ छींटे जारी रहेंगे।
पश्चिम भारत में भी Cyclone का असर
- कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
- 30 अक्टूबर से 1 नवंबर: गुजरात, सौराष्ट्र और कच्छ में बारिश और गरज की स्थिति बनी रहेगी।
- अगले 5 दिनों तक गुजरात और महाराष्ट्र में बिजली गिरने और तेज हवाओं का अलर्ट रहेगा।
पूर्वोत्तर भारत में भी बारिश की चेतावनी
IMD ने कहा है कि
- 31 अक्टूबर से 1 नवंबर के बीच अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में हल्की से मध्यम बारिश होगी।
- 1 नवंबर को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी गरज के साथ बारिश के आसार हैं।
तापमान में गिरावट — ठंड की दस्तक
IMD ने बताया कि उत्तर-पश्चिम भारत (राजस्थान, हरियाणा, यूपी, दिल्ली) में अगले 5–7 दिनों तक तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा,
लेकिन सुबह और रात के तापमान में गिरावट से ठंड का असर बढ़ेगा।
यानी कि Cyclone Motha के साथ ही सर्दी की शुरुआत हो चुकी है।


