
नई दिल्ली, 14 मई 2025:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश के जेवर क्षेत्र में सेमीकंडक्टर यूनिट की स्थापना को हरी झंडी दे दी है। यह परियोजना इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) के तहत प्रस्तावित है, जिसके तहत लगभग 3,700 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित होने की संभावना है।
यह यूनिट एचसीएल और फॉक्सकॉन का संयुक्त उद्यम है, जिसे यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (YEIDA) क्षेत्र में जेवर एयरपोर्ट के निकट स्थापित किया जाएगा।
यूनिट की प्रमुख विशेषताएं:
- 20,000 वेफर्स प्रति माह के उत्पादन की क्षमता
- 36 मिलियन यूनिट प्रति माह का डिज़ाइन आउटपुट
- उत्पादन में डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स शामिल होंगे, जो मोबाइल, लैपटॉप, ऑटोमोबाइल, पीसी और अन्य डिवाइसों में उपयोग किए जाएंगे।
राष्ट्रीय दृष्टिकोण से महत्व:
कैबिनेट के अनुसार, यह यूनिट प्रधानमंत्री के ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को सशक्त बनाएगी। भारत में लैपटॉप, मोबाइल, मेडिकल डिवाइस, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स और रक्षा उपकरणों की बढ़ती मांग को देखते हुए, सेमीकंडक्टर उत्पादन को देश में ही सशक्त करना आवश्यक है।
देशभर में बन रहा सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम:
- अब तक भारत में पांच सेमीकंडक्टर यूनिट एडवांस स्टेज में हैं। यह छठी यूनिट देश की क्षमता को और मजबूती देगी।
- देशभर में 270 शिक्षण संस्थान और 70 स्टार्टअप डिजाइन तकनीकों पर कार्य कर रहे हैं, जिनमें से लगभग 20 उत्पादों को SCL मोहाली ने अपनाया है।
- एप्लाइड मैटेरियल्स और लैम रिसर्च जैसी वैश्विक उपकरण निर्माता कंपनियां अब भारत में मौजूद हैं।
- मर्क, लिंडे, एयर लिक्विड और आईनॉक्स जैसे रासायनिक आपूर्तिकर्ता भी भारतीय सेमीकंडक्टर उद्योग में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में बनने जा रही यह यूनिट सिर्फ एक औद्योगिक परियोजना नहीं, बल्कि भारत के सेमीकंडक्टर आत्मनिर्भरता मिशन का अहम पड़ाव है। इससे न केवल हजारों रोजगार सृजित होंगे, बल्कि भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला में मजबूती से स्थापित करने में भी मदद मिलेगी।