पटना। देशभर के साथ-साथ बिहार की राजधानी पटना में भी कोरोना संक्रमण एक बार फिर तेजी से फैलता नजर आ रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 के एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 3961 हो चुकी है। वहीं, अब तक कोरोना से चार लोगों की मौत की पुष्टि की गई है।
पटना जिले की बात करें तो यहां 24 सक्रिय मरीज फिलहाल इलाजरत हैं। इसके चलते बिहार स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गया है।
देश में कोरोना के ताजा हालात
- कुल एक्टिव केस (भारत): 3961
- हाल ही में दर्ज मौतें: 4
- तेजी से बढ़ रहा ग्राफ: विशेष रूप से दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों में
स्वास्थ्य मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, बीते कुछ हफ्तों में नए केसों की संख्या में इजाफा हुआ है। विशेषज्ञ इसे वायरस के नए वैरिएंट या मौसमी बदलाव का परिणाम मान रहे हैं।
पटना में कोविड की स्थिति
पटना में अब तक 24 सक्रिय मरीजों की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें कुछ को होम आइसोलेशन में रखा गया है जबकि कुछ मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। हालांकि अभी तक स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग किसी भी ढील के मूड में नहीं है।
बिहार स्वास्थ्य विभाग ने क्या कदम उठाए?
- सभी जिला अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
- RT-PCR और रैपिड टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जा रही है।
- संदिग्ध मामलों पर त्वरित रिपोर्टिंग और कांटैक्ट ट्रेसिंग की प्रक्रिया तेज की गई है।
- पटना के मुख्य अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड सक्रिय किए गए हैं।
- नागरिकों से मास्क पहनने और भीड़भाड़ से बचने की अपील की गई है।
क्या बोले विशेषज्ञ?
विशेषज्ञों का मानना है कि हालात अभी गंभीर नहीं हैं, लेकिन लापरवाही घातक हो सकती है। डॉ. आर.एन. सिंह (संक्रामक रोग विशेषज्ञ) के अनुसार:
“लोगों को पुराने अनुभवों को याद रखना चाहिए और सतर्कता बरतनी चाहिए। जो लोग पहले से किसी बीमारी से पीड़ित हैं, उन्हें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।”
कोरोना से बचाव के उपाय
- मास्क पहनें, खासकर बंद जगहों में
- नियमित रूप से हाथ धोएं या सैनिटाइज़र का प्रयोग करें
- बीमार महसूस होने पर घर पर रहें और तुरंत जांच कराएं
- कोविड टीकाकरण की डोज पूरी करवाएं