पटना, 5 जून 2025 | संवाददाता
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेपी गंगा पथ पर पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए पौधारोपण बेहद जरूरी है।
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ‘जल-जीवन-हरियाली’ जैसे अभियानों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता दे रही है और हर नागरिक को इसमें भागीदारी निभानी चाहिए।
हर साल करते हैं पौधारोपण: नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री ने कहा,
“हम हर वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधारोपण करते हैं। पर्यावरण को बचाना हमारी साझा जिम्मेदारी है। अगर हमें अगली पीढ़ियों को सुरक्षित भविष्य देना है तो हमें आज से ही प्रकृति के साथ संतुलन बनाना होगा।”
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने परिसर और आसपास के क्षेत्रों में पौधारोपण कर पर्यावरण को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने में योगदान दें।
‘जल-जीवन-हरियाली’ बना राज्य की पहचान
सीएम ने राज्य सरकार की ‘जल-जीवन-हरियाली योजना’ का ज़िक्र करते हुए कहा कि यह अभियान बिहार को जलवायु संकट से उबारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। राज्य के हर कोने में जल स्रोतों का संरक्षण, हरियाली बढ़ाना और जल संचयन को बढ़ावा देना इस योजना के मूल उद्देश्य हैं।
वरिष्ठ अधिकारी और मंत्री भी रहे मौजूद
इस अवसर पर बिहार सरकार के कई वरीय पदाधिकारी एवं मंत्री भी उपस्थित थे:
- डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी
- जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी
- पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. सुनील कुमार
- मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ
- अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर (पर्यावरण विभाग)
- मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि
- विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह
- पटना प्रमंडल के आयुक्त डॉ. चन्द्रशेखर सिंह
- जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम
- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार
- प्रधान मुख्य वन संरक्षक प्रभात कुमार गुप्ता
सहित अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे।
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सकारात्मक संदेश
विश्व पर्यावरण दिवस पर मुख्यमंत्री द्वारा किया गया पौधारोपण न सिर्फ प्रतीकात्मक रहा, बल्कि यह एक सकारात्मक संदेश है कि अगर सभी लोग छोटे-छोटे कदम उठाएं तो बड़ा परिवर्तन संभव है। मुख्यमंत्री की पहल लोगों को प्रकृति के प्रति संवेदनशील बनाने और जागरूकता फैलाने का कार्य कर रही है।