पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बज चुका है और दो चरणों में मतदान संपन्न होगा। चुनावी ऐलान के बाद जहां एनडीए के घटक दल सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने में जुटे हैं, वहीं लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने भाजपा-जेडीयू की चिंता बढ़ा दी है।
सूत्रों के मुताबिक, एनडीए में बाकी सभी दलों के बीच सीट शेयरिंग पर लगभग सहमति बन चुकी है, लेकिन लोजपा (रामविलास) के साथ बातचीत का दौर अभी भी जारी है। इसकी पुष्टि खुद चिराग पासवान ने भी की है। उन्होंने सीट बंटवारे को लेकर किसी भी बयान से साफ इनकार कर दिया है।
रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर चिराग का भावुक संदेश
अपने पिता और पार्टी संस्थापक स्वर्गीय रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर चिराग ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर दो भावनात्मक पोस्ट साझा किए।
पहले पोस्ट में उन्होंने लिखा, “पापा हमेशा कहा करते थे— जुर्म करो मत, जुर्म सहो मत। जीना है तो मरना सीखो, कदम-कदम पर लड़ना सीखो।”
वहीं दूसरे पोस्ट में उन्होंने कहा, “पापा, आपकी पुण्यतिथि पर आपको मेरा नमन। मैं आपके विजन ‘बिहार फ़र्स्ट, बिहारी फ़र्स्ट’ को साकार करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हूं।”
‘लोकतंत्र का महापर्व बिहार को नई दिशा देने का अवसर’
चिराग पासवान ने लिखा, “बिहार में लोकतंत्र का महापर्व शुरू होने जा रहा है। यह चुनाव आपके संकल्प को पूरा करने और हर बिहारी के सपनों को साकार करने का अवसर है। आपने मेरे कंधों पर जो जिम्मेदारी सौंपी थी, उसे निभाना मेरे जीवन का उद्देश्य और कर्तव्य है।”
उन्होंने आगे कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को आगे बढ़ाना और बिहार को विकास की नई दिशा देना ही अब उनकी प्राथमिकता है।
पिछले चुनाव की याद
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में सम्मानजनक सीटें नहीं मिलने की बात कहकर लोजपा एनडीए से अलग हो गई थी। इसका खामियाजा नीतीश कुमार की जेडीयू को उठाना पड़ा था।
अब जबकि फिर से सीट बंटवारे की बातचीत चल रही है, चिराग पासवान का रुख एनडीए के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है।
निष्कर्ष
बिहार में चुनावी माहौल गरम है और सभी दल तैयारी में जुटे हैं। ऐसे में चिराग पासवान के बयान और उनकी चुप्पी दोनों ही एनडीए के लिए नए सियासी समीकरण तय कर सकते हैं।


