पटना, 7 अगस्त 2025: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजधानी स्थित बिहार संग्रहालय का निरीक्षण किया और अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने संग्रहालय की विभिन्न दीर्घाओं का अवलोकन करते हुए उसकी प्रस्तुति, रखरखाव और दर्शकों के लिए सुविधाओं का भी जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने बहुद्देशीय सभागार में आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया, जिसमें इथियोपिया, इंडोनेशिया और दक्षिण अफ्रीका सहित कई देशों की सांस्कृतिक विरासत को प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने प्रदर्शनी में शामिल कलाकृतियों और प्रस्तुतियों की सराहना की।
दिए आवश्यक निर्देश
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने संग्रहालय प्रबंधन को यह निर्देश दिया कि—
- प्रदर्शनी की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जाए।
- आगंतुकों के लिए सूचना बोर्ड, ऑडियो-गाइड और डिजिटल डिस्प्ले को और सशक्त किया जाए।
- स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों को संग्रहालय भ्रमण के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
- विभिन्न देशों से आने वाले प्रतिनिधियों के साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान के कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
उपस्थित रहे वरिष्ठ अधिकारी
इस अवसर पर जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि सहित कई वरीय अधिकारी उपस्थित थे। सभी ने संग्रहालय की वर्तमान गतिविधियों और आगामी योजनाओं पर मुख्यमंत्री को विस्तार से जानकारी दी।
बिहार संग्रहालय को बनाया जा रहा अंतरराष्ट्रीय केंद्र
गौरतलब है कि बिहार संग्रहालय को देश ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक अध्ययन केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां विभिन्न सभ्यताओं, विरासतों और शिल्पकला से जुड़े विषयों पर प्रदर्शनी और शोध गतिविधियाँ नियमित रूप से होती रहती हैं।


