औरंगाबाद (बिहार): बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के तहत नबीनगर विधानसभा सीट, जो हमेशा से हॉट सीट मानी जाती है, पर सियासी हलचल तेज हो गई है। शिवहर की सांसद लवली आनंद और राजपूत नेता आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद ने शुक्रवार को जदयू प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान उनकी मां और सांसद लवली आनंद भी मौजूद रहीं।
भव्य जुलूस के साथ पहुंचे नामांकन स्थल पर
नामांकन से पहले चेतन आनंद ने हजारों समर्थकों के साथ वाहनों का भव्य काफिला निकाला। औरंगाबाद की सड़कों पर गुजरा यह जुलूस पूरे क्षेत्र को चुनावी रंग में रंग गया। समर्थकों के नारों और बैनरों से माहौल पूरी तरह चुनावी हो उठा।
निर्वाचन पदाधिकारी श्वेतांक लाल के समक्ष नामांकन दाखिल करने के बाद चेतन आनंद बाहर निकले तो समर्थकों ने उन्हें फूलों की माला से लाद दिया और जोरदार नारेबाजी की।
“नबीनगर मेरा बचपन का घर है” — चेतन आनंद
नामांकन के बाद मीडिया से बातचीत में चेतन आनंद भावुक नजर आए। उन्होंने कहा,
“नबीनगर मेरे लिए सिर्फ एक विधानसभा क्षेत्र नहीं, बल्कि मेरा बचपन का घर है। मेरी मां जब यहां की विधायक थीं, तब मेरा बचपन यहीं बीता। जिन लोगों की गोद में मैं खेला हूं, वे आज भी मेरे अभिभावक हैं।”
बाहरी उम्मीदवार होने के सवाल पर उन्होंने जवाब दिया,
“जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी के लिए बाहरी नहीं हैं, तो मैं नबीनगर के लिए कैसे बाहरी हो सकता हूं? यहां की मिट्टी में मेरा बचपन बीता है।”
विकास और युवाओं को रोजगार देने का वादा
चेतन आनंद ने कहा कि उनका लक्ष्य नबीनगर के सर्वांगीण विकास के लिए काम करना है।
उन्होंने युवाओं के रोजगार, महिलाओं के सशक्तिकरण और किसानों की समस्याओं के समाधान पर विशेष ध्यान देने की बात कही।
उनके अनुसार, जदयू का उद्देश्य नबीनगर को शिक्षा, स्वास्थ्य और आधारभूत संरचना के क्षेत्र में मॉडल बनाना है।
राजनीतिक विश्लेषण: बदलेगा चुनावी समीकरण
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नबीनगर सीट पर चेतन आनंद का उतरना चुनावी समीकरण बदल सकता है।
उनके परिवार का राजनीतिक प्रभाव और लवली आनंद की लोकप्रियता जदयू की स्थिति को मजबूत बना रही है।
नामांकन के दौरान पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और स्थानीय जनता भी बड़ी संख्या में मौजूद रही।


