
भागलपुर, 5 जून।पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ सफल ऑपरेशन सिंदूर की गूंज है और इसी जश्न को खास बनाने के लिए बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू), सबौर में गुरुवार की शाम ‘सिंदूर शक्ति सिम्बोलिज्म’ कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
इस कार्यक्रम के दौरान 200 सिंदूर के पौधे विश्वविद्यालय परिसर की सेंट्रल लाइब्रेरी के पीछे लगाए जाएंगे। इस अवसर की अध्यक्षता कुलपति प्रो. दुनिया राम सिंह करेंगे, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में भागलपुर के जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी और उनकी धर्मपत्नी कुमारी रजनी मौजूद रहेंगी।
‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत आयोजन
कुलपति प्रो. दुनिया राम सिंह ने जानकारी दी कि यह आयोजन ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत किया जा रहा है। जिस हिस्से में ये पौधे लगाए जाएंगे, उसे ‘डाई पार्क’ नाम दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य सैनिकों की वीरता को सम्मान देना और प्राकृतिक सौंदर्य को बढ़ाना है।
साथ ही इस कार्यक्रम के ज़रिए विश्वविद्यालय और स्थानीय नागरिकों में देशभक्ति और पर्यावरण संरक्षण की भावना को और मज़बूती देने का प्रयास किया जाएगा।
सिंदूर के पौधे क्यों?
सिंदूर का पौधा भारतीय संस्कृति में शक्ति, समर्पण और विजय का प्रतीक माना जाता है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को चिह्नित करने और मातृभूमि की रक्षा में प्राण देने वाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए इन पौधों का रोपण किया जाएगा।