भाजपा सांसद गिरिराज सिंह का बड़ा दावा, कहा- नीतीश की जदयू का राजद में होगा विलय

गिरिराज सिंह अपने पांच दिवसीय बेगूसराय के दौरे पर पहुंचे हैं। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने एक बार फिर नीतीश कुमार पर जुबानी हमला किया। उन्होंने बड़ा दावा करते हुए कहा कि बहुत जल्द ही जनता दल यूनाइटेड का राजद में विलय में होने वाला है। उन्होंने कहा कि इस विलय के बाद नीतीश कुमार की भूमिका महंत जैसी बनकर रह जाएगी। उन्होंने कहा कि बिहार में बड़ा राजनीतिक बदलाव होने जा रहा है। गिरिराज सिंह के बयान का जवाब देते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री व राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ‘गिरिराज सिंह लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए ऐसा कर रहे हैं।’

क्या जदयू का राजद में होगा विलय

तेजस्वी यादव ने कहा कि वो अपने शब्द किसी और के मुंह में रखने का काम कर रहे हैं। वो कैसे राजनीतिक चर्चा में बने रहें, वो इसका प्रयास कर रहे हैं। इस तरह के दावों में कोई मजबूती नहीं है। बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के साथ विवाद के दावों को नाकर दिया था, जिसमें लालू यादव को लेकर यह कहा जा रहा था कि लालू यादव ने कहा कि तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाए बगैर बिहार नहीं चल सकता। तेजस्वी यादव ने कहा कि मीडिया के कुछ हिस्सों द्वारा इस तरह का दुष्प्रचार किया जा रहा है। इंडी गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि गठबंधन के सभी दल एकजुट और एकसाथ मजबूती के साथ खड़े हैं।

तेजस्वी यादव ने साधा निशाना

इंडी गठबंधन के चौथी मीटिंग को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि यह मीटिंग काफी फायदेमंद रहा है। मीडिया के कुछ लोगों को यह हजम नहीं हो रहा है कि विपक्षी गठबंधन एक मंच पर एक साथ कैसे आ सकता है। इस कारण उनके द्वारा लगातार दुष्प्रचार किया जा रहा है। हम साथ हैं और मजबूत हैं। हम अपने दावे पर अटल कि भाजपा को लोकसभा चुनाव में मिलकर हराएंगे। हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ये दावा लगातार कर रहे हैं कि नीतीश कुमार इस बात से नाखुश है कि टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मल्लिकार्जुन खरगे को इंडी ब्लॉक की तरफ से प्रधानमंत्री बनने का प्रपोजल दिया है।

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बिहार के सभी सरकारी स्कूलों में अब राज्य गीत और राष्ट्रगान अनिवार्य, शिक्षा विभाग की नई एडवाइजरी जारी

बिहार के सरकारी स्कूलों और मदरसों में अब राज्य गीत ‘बिहार गीत’ और राष्ट्रगान का गायन अनिवार्य कर दिया गया है। शिक्षा विभाग ने एक नई एडवाइजरी जारी करते हुए विद्यालयों के दैनिक संचालन, प्रार्थना सभा, समय-सारणी, अध्यापन व्यवस्था व अनुशासन को लेकर विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए हैं।


निदेशक सज्जन आर ने जारी किए निर्देश

माध्यमिक शिक्षा निदेशक सज्जन आर द्वारा जारी एडवाइजरी का मकसद स्कूलों में अनुशासन और शिक्षा की गुणवत्ता को मजबूत करना है। निर्देशों के मुताबिक, संस्कृत बोर्ड और मदरसा बोर्ड के अंतर्गत आने वाले सभी विद्यालयों में भी यही रूटीन लागू होगा।


सुबह 9:30 से 10:00 बजे तक प्रार्थना सभा, ‘बिहार गीत’ अनिवार्य

  • रोजाना सुबह 9:30–10:00 बजे तक आधे घंटे की प्रार्थना सभा
  • बिहार गीत’ का सामूहिक गायन अनिवार्य
  • छुट्टी के समय राष्ट्रगान का गायन
  • शिक्षक और प्रशासन को सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश

विभाग का कहना है कि इससे छात्रों में राज्य की संस्कृति, इतिहास और पहचान के प्रति सम्मान बढ़ेगा।


बोर्ड परीक्षा के दौरान भी सामान्य कक्षाएं चलेंगी

एडवाइजरी में टाइम-टेबल से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें शामिल की गई हैं।
निदेशक का स्पष्ट निर्देश—

  • बोर्ड परीक्षा के दौरान सिर्फ परीक्षा वाली कक्षाएं ही रोकी जाएं
  • अन्य सभी कक्षाओं की पढ़ाई बाधित नहीं होनी चाहिए
  • विद्यालय प्रबंधन यह सुनिश्चित करे कि नियमित शिक्षण कार्य जारी रहे

प्रधानाध्यापक तय करेंगे स्कूल का रूटीन

प्रधानाध्यापक अपने विद्यालय की स्थिति, उपलब्ध शिक्षकों और संसाधनों के आधार पर:

  • रूटीन तैयार करेंगे
  • समय पर पाठ्यक्रम पूरा करवाना सुनिश्चित करेंगे
  • विभाग ने चेताया—पाठ्यक्रम पूरा करने में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी

नियमित मॉनिटरिंग भी की जाएगी।


हर शिक्षक को रोज देना होगा होमवर्क

एडवाइजरी में यह भी स्पष्ट किया गया है—

  • हर शिक्षक छात्रों को रोज होमवर्क दें
  • अगले दिन उसकी जांच अनिवार्य
  • होमवर्क को औपचारिकता न बनाकर शिक्षण प्रक्रिया से जोड़ा जाए

विभाग के अनुसार इससे अनुशासन, नियमित अभ्यास और विषय की गहरी समझ विकसित होती है।


लड़कें और लड़कियां एक ही कक्षा में बैठेंगे

शिक्षा विभाग ने कहा कि सामान्य सरकारी स्कूलों में:

  • छात्र-छात्राएं एक साथ पढ़ेंगे
  • अलग-अलग कक्षाओं का संचालन पूरी तरह बंद

सह-शिक्षा से समानता, सामाजिक संतुलन और परस्पर समझ बढ़ती है — इसी आधार पर यह निर्णय लिया गया है।


DEO और BEO करेंगे नियमित निरीक्षण

जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) और क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारी (BEO) को निर्देश:

  • स्कूलों का समय-समय पर निरीक्षण
  • प्रार्थना सभा, राष्ट्रगान, पाठ्यक्रम, होमवर्क सहित सभी निर्देशों का सत्यापन
  • किसी भी ढिलाई या शिकायत पर त्वरित कार्रवाईकार्रवाई
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पटना एयरपोर्ट से दो युवक गिरफ्तार, CBI अधिकारी बनकर घूम रहे थे; फर्जी आईडी और बाइक से मिला CBI स्टीकर

पटना पुलिस ने एयरपोर्ट परिसर में बड़ी कार्रवाई करते हुए दो युवकों को गिरफ्तार किया है, जो खुद को CBI अधिकारी बताकर फर्जी पहचान पत्र के सहारे घूम रहे थे। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि दो संदिग्ध लोग एयरपोर्ट के संवेदनशील क्षेत्र में फर्जी पहचान के आधार पर सक्रिय हैं। इसके बाद हवाईअड्डा थाना पुलिस ने तुरंत छापेमारी कर दोनों को पकड़ लिया।


बाइक पर भी चिपकाया था “CBI” का स्टीकर

पुलिस टीम ने संदिग्धों की गतिविधियों पर निगरानी के बाद पूछताछ की। उनके पास से जो पहचान पत्र मिले, वे पूरी तरह फर्जी पाए गए। आरोपियों के पास से एक काली मोटरसाइकिल भी बरामद की गई, जिसके हेडलाइट के ऊपर CBI लिखा स्टीकर लगा हुआ था। पुलिस ने बाइक भी जब्त कर ली है।


दोनों आरोपी पटना के निवासी

गिरफ्तार युवकों की पहचान इस प्रकार है:

  • हिमांशु कुमार, निवासी — मिल्कीपुर, बिहटा (पटना)
  • सत्यानंद कुमार, निवासी — मुबारकपुर, शाहपुर (पटना)

SDPO सचिवालय, डॉ. अन्नू कुमारी ने बताया—
“दोनों के पास बरामद आईडी फर्जी हैं। इनसे पूछताछ की जा रही है कि ये फर्जी पहचान का इस्तेमाल किन उद्देश्यों के लिए कर रहे थे।”


सुरक्षा एजेंसी से जुड़ा दिखाने की कोशिश, मामला गंभीर

पुलिस के अनुसार दोनों ने मोटरसाइकिल पर खुफिया ब्यूरो (IB) जैसा स्टीकर लगाकर खुद को सुरक्षा एजेंसी से जुड़ा दर्शाने की कोशिश की। अधिकारी इसे एक गंभीर अपराध मान रहे हैं, क्योंकि इससे लोग भ्रमित होते हैं और किसी भी अवैध गतिविधि के लिए रास्ता खुल सकता है।


कई धाराओं में केस दर्ज, नेटवर्क की तलाश

हवाईअड्डा थाना पुलिस ने दोनों के खिलाफ IPC की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि—

  • क्या इनके साथ और लोग जुड़े हैं?
  • क्या ये किसी बड़े गिरोह का हिस्सा हैं?
  • फर्जी आईडी का उद्देश्य क्या था?

जांच तकनीकी और मानवीय दोनों स्तरों पर तेज की गई है।


संवेदनशील इलाके में फर्जी पहचान गंभीर खतरा

अधिकारियों ने कहा कि एयरपोर्ट जैसे हाई सिक्योरिटी जोन में फर्जी पहचान का इस्तेमाल बड़े सुरक्षा जोखिम पैदा कर सकता है। ऐसी स्थिति में पुलिस हर संदिग्ध गतिविधि पर पैनी नजर बनाए हुए है ताकि किसी भी तरह की सुरक्षा चूक न हो।


 

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