पटना, 24 अगस्त 2025: बिहार के किसानों की मेहनत अब सिर्फ राज्य और देश तक सीमित नहीं रही, बल्कि उनकी सब्जियां अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंच चुकी हैं। हाल ही में ट्रायल शिपमेंट के तहत 1,500 किलो सब्जियां दुबई के लुलु मॉल भेजी गई थीं, जिसे वहां बेहद सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली।
इस सफलता से उत्साहित होकर सहकारिता विभाग अब बिहार की सब्जियों को नेपाल और सिंगापुर तक भेजने की तैयारी कर रहा है। विभाग का मानना है कि इससे किसानों की आय में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी और बिहार सब्जी निर्यात का एक नया हब बनकर उभरेगा।
‘तरकारीमार्ट’ से शहरी उपभोक्ताओं तक ताजगी
सहकारिता विभाग ने न सिर्फ विदेशों तक पहुंच बनाने का प्रयास किया है बल्कि राज्य के भीतर भी किसानों और उपभोक्ताओं को जोड़ने के लिए पहल की है।
- ‘तरकारी’ ब्रांड के तहत सब्जियों की बिक्री की जा रही है।
- अब तक अगस्त 2025 तक 1.04 लाख मीट्रिक टन सब्जियों की बिक्री हुई है।
- इस दौरान लगभग 178 करोड़ रुपये का टर्नओवर दर्ज किया गया है।
किसानों के लिए ‘तरकारी ऐप’
किसानों को पारदर्शिता और सीधे बाजार से जोड़ने के लिए सहकारिता विभाग ने ‘तरकारी ऐप’ लॉन्च किया है। इसके जरिए किसान क्रय आदेश और आपूर्ति की जानकारी आसानी से देख सकते हैं।
त्रिस्तरीय सहकारी संरचना
योजना के सफल संचालन के लिए राज्य में त्रिस्तरीय सहकारी संरचना बनाई गई है—
- प्रखंड स्तर – प्राथमिक सब्जी उत्पादक सहकारी समिति
- जिला/क्षेत्र स्तर – प्रसंस्करण एवं विपणन सहकारी संघ
- राज्य स्तर – बिहार राज्य सब्जी प्रसंस्करण विपणन सहकारी फेडरेशन (वेजफेड)
49,000 से अधिक किसान जुड़े
वर्तमान में 527 प्रखंड स्तरीय समितियां गठित हो चुकी हैं और 49,000 से अधिक किसान इन समितियों से जुड़कर लाभ उठा रहे हैं। सहकारी संघों के तहत मिनी कोल्ड स्टोरेज, सब्जी हाट, ग्रेडिंग शेड, वाहनों के लिए प्लेटफॉर्म जैसी सुविधाओं का विकास किया जा रहा है, जिससे किसानों की उपज को सुरक्षित रखा जा सके और बेहतर दाम मिल सके।


