वह अपनी इच्छा के अनुसार किसी भी विषय में अध्ययन कर पाएगी. घर में हुए भेदभाव के बारे में एक टीवी इंटरव्यू के दौरान भावुक होकर अपनी बात साझा करते हुए खुशबू से केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बातचीत की है. उन्होंने उसे आगे की शिक्षा के लिए पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया है. इससे उसका डॉक्टर बनने का सपना साकार हो सकेगा.
खुशबू की पढ़ाई के सपने को पूरा करेंगे शिक्षा मंत्री: खुशबू का विज्ञान संकाय में एडमिशन के लिए डीएम को निर्देशित भी किया गया है. इससे उसका डॉक्टर बनने का सपना साकार हो सकेगा. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मन लगा कर पढ़ो, नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार भारत की बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है.
“मन लगा कर पढ़ो. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार भारत की बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. डीएम को निर्देशित कर देते हैं अच्छे कॉलेज में आपका एडमिशन कल हो जाएगा.”-धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय शिक्षा मंत्री
खुशबू को नहीं मिली थी विज्ञान में पढ़ाई की अनुमति: दानापुर दियारा के हेतनपुर उच्च माध्यमिक विद्यालय से 10वीं की परीक्षा में सफल हुई खुशबू को उसके परिवार ने विज्ञान विषय से इंटरमीडिएट करने की अनुमति नहीं दी थी. खुशबू के अनुसार, उसने मैट्रिक की परीक्षा में 399 अंक प्राप्त किए थे, लेकिन इसके बावजूद उसे कला विषय में एडमिशन कर दिया गया. परीक्षा से पहले, उसके माता-पिता ने वादा किया था कि यदि वह 400 अंक लाएगी, तो उसे विज्ञान में पढ़ाई का मौका मिलेगा. हालांकि कि ऐसा नहीं होने पर खुशबू का साइंस नहीं मिलने पर एक रोता हुआ वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था.