Kosi water level scaled

पटना, 6 जुलाई — बिहार सरकार कोसी बराज के पास जमा सिल्ट (गाद) को हटाने के लिए केंद्र सरकार से सहयोग मांगेगी। इस संबंध में जल संसाधन विभाग जल्द पहल करेगा। बराज के समीप नदी तल पर अत्यधिक सिल्ट जमा हो जाने के कारण कम जलप्रवाह में भी जलस्तर खतरनाक रूप से ऊंचा हो जा रहा है, जिससे बराज की संरचना पर प्रतिकूल प्रभाव की आशंका बढ़ गई है।

इस विषय को हाल ही में मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में गंभीरता से उठाया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि वीरपुर स्थित कोसी बराज के समीप सिल्ट हटाने के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया जाएगा, ताकि नदी का प्रवाह सुचारु और सुरक्षित बना रहे।

2024 में आया था 56 वर्षों में सबसे अधिक जलप्रवाह

वर्ष 2024 में कोसी बराज पर 6.61 लाख क्यूसेक पानी बहा, जो 1968 के बाद सबसे अधिक था। 5 अक्टूबर 1968 को कोसी में 7.88 लाख क्यूसेक जलप्रवाह दर्ज किया गया था, जो अब तक का रिकॉर्ड है। बीते वर्ष जलस्तर उस रिकॉर्ड के काफी करीब पहुंच गया था, जिससे बराज पर भारी दबाव बना।

बारिश और ऊपरी जलस्त्रोतों से आए पानी के चलते बराज के ऊपर से पानी बहने लगा था, और भारी मात्रा में मलबा एवं सामग्री बराज में फंस गई थी। इसके बाद जब पानी घटा तो वहां गाद की मोटी परत देखी गई। इससे पहले 2008 में नेपाल के कुशाहा में कोसी ने धारा बदली थी, जिससे भारी तबाही हुई थी।

बराज की सुरक्षा प्राथमिकता

राज्य सरकार का मानना है कि यदि समय रहते सिल्ट नहीं हटाया गया तो बराज की संरचनात्मक सुरक्षा को खतरा हो सकता है। इसलिए केंद्र सरकार से तकनीकी और आर्थिक सहयोग लेकर जल्द ही सिल्ट निष्कासन की प्रक्रिया शुरू करने की योजना है।