आरा (भोजपुर)। बिहार के भोजपुर जिले में खनन विभाग के एक निरीक्षक पर बड़े स्तर के भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगा है। यूपी के एक ट्रक मालिक ने शिकायत दर्ज कराई है कि खनन निरीक्षक ने बालू लदे ट्रक को पकड़कर केस दर्ज करने की धमकी दी और 4 लाख 40 हजार रुपये अवैध तरीके से वसूले। मामला सामने आने के बाद खनन विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मचा है।
शिकायत के बाद सरकार के उच्च अधिकारियों तक मामला पहुंचा और अब जांच में तेजी आ गई है। शिकायतकर्ता को 28 नवंबर को प्रमाणों के साथ जांच टीम के सामने उपस्थित होने का आदेश दिया गया है।
कैसे शुरू हुआ पूरा मामला?
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के ट्रक मालिक राम प्रताप सिंह ने खनन विभाग के वरीय अधिकारियों को शिकायत भेजी थी।
शिकायत में आरोप लगाया गया कि—
- 24 अप्रैल 2024 को यूपी के दो ट्रक (UP53DT4311 और UP53DT8067) अरवल जिले से बालू लादकर गोरखपुर लौट रहे थे।
- दोनों वाहनों के पास पूरी तरह वैध कागजात थे।
- भोजपुर जिले के कोईलवर चौराहा के पास खनन निरीक्षक चंदन कुमार ने अपनी बोलेरो बीआर03पीबी1029 से ट्रकों को रोका।
- निरीक्षक के साथ उसका चालक शुभम कुमार और एक निजी गार्ड मौजूद थे।
- ट्रकों को रात करीब 10:30 बजे “जांच” के नाम पर खनन विभाग की पार्किंग में खड़ा करवा दिया गया।
आरोप है कि अगले दिन निरीक्षक ने ड्राइवर और मालिक को मुकदमा करने की धमकी दी, वाहन को “अवैध” बताते हुए 4,40,000 रुपये की वसूली की और बाद में ट्रक छोड़ दिया।
मामला ठंडे बस्ते में, फिर ट्रक ओनर एसोसिएशन की शिकायत पर बढ़ी जांच
ट्रक मालिक ने इस घटना की जानकारी—
- थाना प्रभारी कोईलवर
- जिला खनन पदाधिकारी
- पुलिस अधीक्षक भोजपुर
- जिलाधिकारी भोजपुर
को दी थी।
लेकिन कई हफ्तों तक कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी। इसी बीच भोजपुर जिला ट्रक ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय यादव ने मामला मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी तक पहुंचाया। इसके बाद जांच की प्रक्रिया तेज हुई।
सितंबर 2025 में जिलाधिकारी ने बनाई थी जांच टीम, लेकिन रिपोर्ट लंबित
खनन एवं भूतत्व विभाग द्वारा 29 अगस्त 2025 को भेजे गए पत्र के बाद जिलाधिकारी ने—
- 19 सितंबर 2025 को दो-सदस्यीय जांच टीम बनायी थी।
जिसमें शामिल हैं:
- मो. माइज जिया, वरीय उप समाहर्ता
- डीएसपी साइबर क्राइम
जिला प्रशासन ने एक सप्ताह में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था, लेकिन मामला लंबित रहा।
अब जांच फिर शुरू, शिकायतकर्ता को 28 नवंबर को हाजिर होने का आदेश
जांच टीम ने 26 नवंबर को नोटिस जारी कर शिकायतकर्ता राम प्रताप सिंह को 28 नवंबर को अपने कार्यालय में उपस्थित होने और प्रमाण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
शिकायतकर्ता द्वारा पहले से जमा साक्ष्यों में—
- ट्रांजैक्शन के बैंक अकाउंट नंबर
- पैसे भेजने के सबूत
- घटनास्थल का विवरण
शामिल है।
ट्रक मालिक ने खनन निरीक्षक पर ‘उगाही गिरोह’ से तार जुड़े होने का आरोप लगाया
भोजपुर जिला ट्रक ओनर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय यादव ने अपने पत्र में यह भी दावा किया है कि—
- निरीक्षक के साथ मौजूद बोलेरो चालक शुभम कुमार स्थानीय निवासी है
- और उसका इलाकाई “इंट्री पासिंग गिरोह” से गहरा संबंध है
आरोप है कि इसी नेटवर्क के सहारे ट्रकों से अवैध उगाही की जाती है।
क्या चाहते हैं शिकायतकर्ता?
ट्रक मालिक और ट्रक एसोसिएशन ने सरकार से मांग की है कि—
- आरोपित खनन निरीक्षक के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए
- वसूली गई पूरी रकम वापस कराई जाए
- निरीक्षक की चल-अचल संपत्ति की भी जांच कराई जाए
रिपोर्ट के बाद हो सकती है कड़ी कार्रवाई
जिला प्रशासन का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद—
- विभागीय कार्रवाई
- आपराधिक मुकदमा
- और भ्रष्टाचार निरोधक कार्रवाई
जैसे कदम उठाए जाएंगे।


