पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले एनडीए में खींचतान का नया अध्याय खुला है। सीट बंटवारे को लेकर नाराज राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अचानक दिल्ली बुलाया है। यह कदम एनडीए के भीतर असंतोष को कम करने और कुशवाहा को गठबंधन में बनाए रखने के उद्देश्य से माना जा रहा है।
कुशवाहा ने बुधवार को पटना स्थित अपने पार्टी कार्यालय में दोपहर 12:30 बजे आपात बैठक बुलाई थी, जिसमें RLM की आगे की रणनीति और एनडीए में भविष्य की भूमिका पर चर्चा होनी थी। लेकिन अमित शाह के बुलावे के बाद बैठक तत्काल स्थगित कर दी गई। कुशवाहा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, “केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के साथ विमर्श हेतु गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय जी और मुझे दिल्ली के लिए प्रस्थान करना है।”
एनडीए की सीट बंटवारे की घोषणा के अनुसार भाजपा और जेडीयू को 101-101 सीटें, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें, जबकि उपेंद्र कुशवाहा की RLM और जीतन राम मांझी की HAM को 6-6 सीटें दी गई थीं। कुशवाहा 24 सीटों की मांग कर रहे थे, इसलिए उनके लिए यह वितरण अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं रहा।
कुशवाहा ने सोशल मीडिया पर भावनात्मक पोस्ट में अपने समर्थकों से क्षमा मांगी और संयम बनाए रखने की अपील की। राजनीतिक जानकारों के अनुसार अमित शाह की दिल्ली बुलाहट का उद्देश्य RLM प्रमुख को मनाना और उन्हें एनडीए में बनाए रखना हो सकता है। इसमें उन्हें अतिरिक्त सीटों या किसी राजनीतिक पद का आश्वासन दिया जाने की भी संभावना है।
अब सबकी निगाहें दिल्ली में होने वाली बैठक पर टिकी हैं। अगर बातचीत सफल रहती है, तो एनडीए में एकता का संदेश जाएगा, लेकिन मतभेद कायम रहे तो बिहार चुनाव 2025 के समीकरण पूरी तरह बदल सकते हैं।


