पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के लिए 121 विधानसभा क्षेत्रों में नामांकन प्रक्रिया शुक्रवार को पूरी हुई। उम्मीदवारों के हलफनामे से उनकी संपत्ति और मुकदमों की जानकारी भी सामने आई। आंकड़े बताते हैं कि इस बार का सबसे अमीर उम्मीदवार किसी बड़े राष्ट्रीय राजनीतिक परिवार का सदस्य नहीं है।
सबसे अमीर उम्मीदवार
पटना की मेयर सीता साहू के बेटे शिशिर कुमार ने चुनावी मैदान में सबसे अधिक संपत्ति—करीब 23 करोड़ रुपये—का खुलासा किया है। इसमें चल और अचल संपत्ति दोनों शामिल हैं।
अन्य प्रमुख नेताओं की संपत्ति
- बीजेपी उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (तारापुर विधानसभा): कुल 10 करोड़ रुपये
- चल संपत्ति: 99.32 लाख
- अचल संपत्ति: 8.28 करोड़
- तेज प्रताप यादव (जनशक्ति जनता दल): कुल 2.88 करोड़ रुपये
- चल संपत्ति: 91.65 लाख
- अचल संपत्ति: 1.96 करोड़
- तेजस्वी यादव (आरजेडी, राघोपुर सीट): कुल 8.1 करोड़ रुपये
- चल संपत्ति: 6.12 करोड़
- अचल संपत्ति: 1.88 करोड़
- पत्नी राजश्री यादव की संपत्ति: 1.88 करोड़
संपत्ति और राजनीतिक प्रभाव में फर्क
हालांकि शिशिर कुमार की संपत्ति सबसे अधिक है, लेकिन राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव में वे तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव के सामने पीछे हैं। वहीं, सम्राट चौधरी संपन्न हैं, लेकिन सबसे अमीर उम्मीदवार की सूची में नहीं आते।
विश्लेषक मानते हैं कि यह आंकड़ा स्पष्ट करता है कि संपत्ति और राजनीतिक प्रभाव हमेशा सीधे जुड़े नहीं होते। बिहार में बड़े राजनीतिक परिवारों के उम्मीदवार औसत संपत्ति रखते हैं, जबकि स्थानीय नेताओं और व्यवसायिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों की संपत्ति अधिक है।
मतदाताओं के लिए संकेत
इस बार हलफनामों के खुलासे से मतदाताओं को उम्मीदवारों का आर्थिक और सामाजिक परिदृश्य समझने का अवसर मिलेगा। वे न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण बल्कि आर्थिक स्थिति को भी चुनाव में ध्यान में रख सकते हैं।
निष्कर्ष
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में सबसे अमीर उम्मीदवार शिशिर कुमार, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव की संपत्ति क्रमशः 8.1 करोड़ और 2.88 करोड़ है, जबकि सम्राट चौधरी के पास 10 करोड़ रुपये की संपत्ति है। यह जानकारी चुनावी रणनीति और उम्मीदवारों के वित्तीय प्रभाव को समझने में मदद करेगी।


