
पटना, 17 जुलाई 2025: राज्य सरकार सड़क सुरक्षा को लेकर अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद ले रही है। जेपी गंगा पथ की तर्ज पर अब राज्य के अन्य एक्सप्रेस-वे और मुख्य सड़कों पर भी AI आधारित ओवर स्पीड डिटेक्शन कैमरे लगाए जाएंगे। इसका उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी, घायलों तक त्वरित सहायता और ओवर स्पीडिंग पर नियंत्रण करना है।
अटल पथ पर जल्द होगी शुरुआत
परिवहन विभाग और पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सबसे पहले पटना के अटल पथ पर इन अत्याधुनिक कैमरों की स्थापना की जाएगी। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से राज्य की अन्य प्रमुख सड़कों पर यह तकनीक लागू की जाएगी।
कैसे काम करेगा सिस्टम
इन कैमरों में लगी AI तकनीक वाहन की गति को रियल टाइम में ट्रैक करती है। जैसे ही कोई वाहन तय सीमा से अधिक गति पर चलता है, ऑटोमेटिक रूप से उसकी तस्वीर खींची जाती है और ई-चालान जनरेट हो जाता है, जो वाहन मालिक के मोबाइल पर भेजा जाता है।
सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार सख्त
- इस पहल के जरिए सरकार ओवर स्पीड से होने वाली दुर्घटनाओं में कमी लाना चाहती है।
- साथ ही, इमरजेंसी रिस्पॉन्स को भी AI के ज़रिए और बेहतर बनाने की योजना है ताकि हादसों के बाद घायलों को जल्द से जल्द सहायता पहुंचाई जा सके।
आगे की योजना
- आने वाले महीनों में बक्सर, गया, मुजफ्फरपुर और भागलपुर जैसे शहरों की प्रमुख सड़कों को भी इस योजना में शामिल किया जाएगा।
- सड़क पर लगे कैमरे न केवल स्पीड मॉनिटर करेंगे, बल्कि नंबर प्लेट रीडिंग, गाड़ी की श्रेणी, और रूट ट्रैकिंग जैसी सुविधाएं भी होंगी।
विशेष: राज्य सरकार सड़क सुरक्षा नियमों को कड़ाई से लागू करने के लिए AI और ऑटोमेशन आधारित यातायात प्रबंधन प्रणाली की ओर तेज़ी से कदम बढ़ा रही है।