4 मई 1773 को जेम्स बर्टन बने थे पहले कलक्टर, जिले के इतिहास को मिला प्रमाणिक बर्थ सर्टिफिकेट
भागलपुर, 03 मई 2025:इतिहास से भरे शहर भागलपुर के लिए 4 मई एक गौरवपूर्ण दिन है। इस रविवार को भागलपुर 252 वर्ष का हो जाएगा। 4 मई 1773 को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने जेम्स बर्टन को भागलपुर का पहला कलक्टर नियुक्त किया था। तब से यह तारीख भागलपुर के प्रशासनिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में दर्ज है।
टिल्हा कोठी से शुरू हुई प्रशासनिक यात्रा
भागलपुर का प्रशासनिक संचालन फोर्ट विलियम, कलकत्ता से होता था और टिल्हा कोठी को कलक्टर का आवास सह कार्यालय बनाया गया था। जेम्स बर्टन के स्थानांतरण के बाद गवर्नर वारेन हेस्टिंग्स ने ऑगस्ट्स क्लीवलैंड को न्यायाधीश और कलक्टर की संयुक्त जिम्मेदारी दी थी। उस समय भागलपुर के अंतर्गत कोसी, सीमांचल, पूर्वी बिहार तथा झारखंड के कई जिले आते थे।
पहली बार जिला प्रशासन मना रहा स्थापना दिवस भव्य स्तर पर
जिला प्रशासन और कला संस्कृति एवं युवा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में नगर भवन (टाउन हॉल) में स्थापना दिवस का आयोजन किया जा रहा है। जिला युवा पदाधिकारी अंकित रंजन ने बताया कि कार्यक्रम में फोटोग्राफी प्रतियोगिता, प्रतिभा सम्मान और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ होंगी। डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी और डीडीसी प्रदीप कुमार सिंह विशिष्ट अतिथि होंगे। कार्यक्रम सुबह 11 बजे से शुरू होगा।
सरकारी कार्यालयों को मिलेगा नया रूप
स्थापना दिवस को विशेष बनाने के लिए जिले के सभी सरकारी कार्यालयों को सजाने का निर्णय लिया गया है। शनिवार से सजावट का कार्य शुरू होगा, जिससे पूरा शहर उत्सव के रंग में रंग उठेगा।
स्थापना तिथि को लेकर भ्रम दूर, प्रमाणिकता मिली
लंबे समय तक यह भ्रम बना रहा कि भागलपुर के पहले कलक्टर जेम्स बर्टन थे या ऑगस्ट्स क्लीवलैंड। इस उलझन को सुलझाने के लिए 24 नवंबर 2018 को एक समिति बनाई गई। समिति की रिपोर्ट (06 दिसंबर 2018) में कोलकाता अभिलेखागार से प्राप्त दस्तावेज के आधार पर बर्टन को पहला कलक्टर मानते हुए 4 मई को स्थापना दिवस के रूप में मान्यता दी गई।
“यह मेरे सपने के पूरे होने जैसा” – सांसद अजय मंडल
भागलपुर के सांसद अजय मंडल ने इस आयोजन को लेकर खुशी जाहिर की। उन्होंने बताया कि 22 अप्रैल 2025 को उन्होंने डीएम को पत्र लिखकर स्थापना दिवस को अधिकारिक रूप से मनाने का अनुरोध किया था। उन्होंने इसे अपने सपने के मूर्त रूप लेने जैसा बताया और जिला प्रशासन के निर्णय का स्वागत किया।