भागलपुर, 05 अक्टूबर 2025: बिहार सरकार ने अपने सात निश्चय कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना को और अधिक व्यापक बनाते हुए अब स्नातक (कला, विज्ञान, वाणिज्य) उत्तीर्ण बेरोजगार युवाओं को भी योजना में शामिल कर दिया है। इसका शुभारंभ कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भागलपुर के समीक्षा भवन में दिखाया गया।
इस अवसर पर भागलपुर के उप विकास आयुक्त श्री प्रदीप कुमार सिंह, जिला योजना पदाधिकारी श्री मोनू कुमार, जिला प्रबंधक DRCC भागलपुर एवं अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
योजना के मुख्य बिंदु
- अब 20-25 वर्ष के स्नातक बेरोजगार युवक/युवतियाँ, जो पढ़ाई पूरी कर चुके हैं और किसी सरकारी/निजी नौकरी में नहीं हैं, योजना का लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
- स्वयं सहायता भत्ता: लाभार्थियों को प्रति माह 1,000 रुपए दिए जाएंगे, जो अधिकतम 2 वर्षों तक जारी रहेगा।
- कौशल विकास प्रशिक्षण: श्रम संसाधन विभाग, बिहार द्वारा नि:शुल्क कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे युवा रोजगार या स्वरोजगार के योग्य बन सकें।
- सरकार का लक्ष्य प्रति वर्ष लगभग 5 लाख लाभार्थियों को योजना का लाभ पहुंचाना है। इसके लिए अनुमानित खर्च लगभग 600 करोड़ रुपए प्रति वर्ष रहेगा।
उद्देश्य और महत्व
यह योजना बेरोजगार युवाओं को आर्थिक सहारा देने और रोजगार/स्वरोजगार के लिए तैयार करने के उद्देश्य से लागू की गई है। अब स्नातक युवा भी योजना का हिस्सा बनकर अपने कौशल और रोजगार क्षमता को बढ़ा सकेंगे।
DRCC अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना 02 अक्टूबर 2016 से लागू है और अब स्नातक युवाओं को शामिल करने से इसका दायरा और प्रभावी होगा।


