भागलपुर | 08 अक्टूबर 2025: बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, प्रशासनिक हलचल तेज हो गई है। मंगलवार को भागलपुर के समीक्षा भवन में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बड़ी बैठक की। बैठक में जिले के सभी सात विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाची पदाधिकारी, सहायक निर्वाची पदाधिकारी, वरीय नोडल अधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी शामिल हुए।
डीएम बोले – हर मतदान केंद्र पर चाहिए पुख्ता व्यवस्था
डीएम ने बैठक में साफ निर्देश दिया कि इस बार चुनाव में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि नामांकन से लेकर मतदान तिथि (11 नवंबर) तक की तैयारी पूरी कर ली जाए।
डीएम ने कहा, “जहां जितने मतदान केंद्र हैं, उसके हिसाब से वाहन और सुरक्षा बल की योजना पहले से बना लें। एक स्कूल में अगर तीन मतदान केंद्र हैं तो वहां कम से कम 12 मतदान कर्मी और आठ पुलिसकर्मी होंगे। ऐसे में 26 सीटर बस पर्याप्त होगी।”
उन्होंने निर्देश दिया कि जिन भवनों में तीन से अधिक मतदान केंद्र हैं, वहां बड़ी बसें लगाई जाएंगी। ऐसे भवनों तक पहुंचने का रास्ता ठीक है या नहीं, इसका भी सत्यापन किया जाए।
“तीन से ज्यादा बूथ वाले भवनों का निरीक्षण अधिकारी खुद करें”
डीएम ने कहा कि तीन से अधिक मतदान केंद्र वाले सभी भवनों का भौतिक सत्यापन सहायक निर्वाची पदाधिकारी खुद करेंगे। साथ ही, उस भवन का फोटोग्राफ लेकर ग्रुप में शेयर किया जाएगा ताकि किसी तरह की भ्रम की स्थिति न रहे।
इस बार मॉडल बूथ होंगे आकर्षण का केंद्र
डीएम ने बताया कि इस बार मतदान केंद्रों पर मॉडल बूथ बनाए जाएंगे। प्रत्येक बूथ पर प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग द्वार होंगे।
उन्होंने कहा, “हर बूथ की वेबकास्टिंग होगी। इसलिए कैमरा कहां लगाया जाएगा, यह पहले से तय कर लें।”
उन्होंने यह भी कहा कि भीड़ वाले मतदान केंद्रों पर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि मतदान के दौरान किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
C-Vigil ऐप से मिलेगी शिकायत, तुरंत होगी कार्रवाई
बैठक में C-Vigil ऐप पर मिलने वाली शिकायतों के त्वरित निष्पादन पर भी चर्चा हुई। डीएम ने कहा कि ऐप के माध्यम से जो भी शिकायतें आएंगी, उनका जवाब तुरंत दिया जाए ताकि किसी भी गड़बड़ी को समय रहते ठीक किया जा सके।
कई वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह, अपर निर्वाचन पदाधिकारी श्वेता कुमारी, सभी कोषांगों के वरीय पदाधिकारी और नोडल अधिकारी मौजूद रहे।
डीएम ने अंत में कहा कि चुनाव लोकतंत्र का पर्व है और इसे शांति, पारदर्शिता और सटीकता के साथ संपन्न कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।


