पुलिस ने दर्ज किया हत्या का मामला, कई लोगों की आ सकती है संलिप्तता
भागलपुर। जोगसर थाना पुलिस ने भोजपुरी अभिनेत्री अन्नपूर्णा उर्फ अमृता पांडेय मौत मामले में बड़ा खुलासा किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक अमृता की मौत आत्महत्या से नहीं बल्कि गला दबाकर की गई हत्या से हुई थी। यह खुलासा त्रि-स्तरीय मेडिकल बोर्ड की जांच रिपोर्ट में सामने आया है।
घटना 27 अप्रैल 2024 की है, जब जोगसर थाना क्षेत्र के दिव्यधाम अपार्टमेंट स्थित फ्लैट नंबर 104 से अभिनेत्री अमृता पांडेय का शव बरामद हुआ था। उस समय परिजनों ने इसे आत्महत्या बताया था। मृतका की मां मणिका पांडेय ने 28 अप्रैल को जोगसर थाना में यूडी केस दर्ज कराया था, जिसमें कहा गया था कि उनकी बेटी ने पंखे से साड़ी बांधकर आत्महत्या कर ली।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पलटा मामला
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी के आदेश पर त्रि-स्तरीय मेडिकल बोर्ड गठित किया गया। जांच रिपोर्ट में साफ लिखा गया कि अमृता की मौत गला दबाने से हुई है। पुलिस के आग्रह पर रिपोर्ट का पुनः परीक्षण भी कराया गया, जिसमें भी हत्या की पुष्टि हुई।
जोगसर थानाध्यक्ष कृष्ण नंदन कुमार सिंह ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर शनिवार को अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है और मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है।
परिजनों के दावों पर उठे सवाल
घटना के बाद अमृता के परिजनों ने मीडिया को बताया था कि वह ओसीडी (ऑबसेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर) से पीड़ित थीं और इसी कारण डिप्रेशन में आकर उन्होंने आत्महत्या कर ली। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मोबाइल से मिले साक्ष्य परिजनों के बयान से मेल नहीं खाते।
पुलिस जांच में अमृता के व्हाट्सएप स्टेटस ने भी शक को और गहरा दिया। उसमें लिखा था – “वह दो नाव पर सवार है, हमने अपनी नाव डुबाकर उसका सफर आसान कर दिया।” सवाल यह है कि यह स्टेटस अमृता ने खुद लिखा था या किसी ने साजिश के तहत डालकर मामले को आत्महत्या का रंग देने की कोशिश की।
जांच में फंस सकते हैं कई लोग
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जांच में कई लोगों की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। पुलिस अब मोबाइल डेटा, कॉल डिटेल्स और परिजनों व परिचितों से पूछताछ कर रही है। आने वाले दिनों में कई लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।


