
भागलपुर।गंगा दशहरा जैसे पवित्र पर्व पर जहां देशभर में श्रद्धालु मां गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे थे, वहीं भागलपुर के गंगा घाटों पर हालात बेहद शर्मनाक नजर आए। श्रद्धालु जलकुंभी और गंदगी से भरे पानी में स्नान करने को मजबूर दिखे।
इस लापरवाही ने न सिर्फ नगर निगम और प्रशासन की पोल खोल दी, बल्कि गंगा की पवित्रता और श्रद्धालुओं की आस्था को भी गहरी चोट पहुंचाई।
घाटों पर जलकुंभी का अंबार, श्रद्धालु खुद कर रहे सफाई
शहर के अजगैबीनाथ, आदमपुर और कुतुबगंज घाट पर घना जलकुंभी जमा था। श्रद्धालु खुद रास्ता बनाकर गंगा में उतरते दिखे। घाटों पर न तो सफाई की कोई व्यवस्था थी और न ही जलकुंभी हटाने की कोशिश।
श्रद्धालुओं का फूटा गुस्सा
ईसाकचक से आई एक महिला श्रद्धालु ने कहा,
“हम मां गंगा को पूजते हैं, लेकिन आज जो हालत देखी, वो बेहद दर्दनाक है। नगर निगम को कोई परवाह नहीं है।”
आदमपुर से आए एक युवक ने कहा,
“जब प्रशासन को पता है कि गंगा दशहरा पर हजारों लोग घाट पर आते हैं, तो पहले से सफाई और तैयारी क्यों नहीं होती? जलकुंभी और कचरे में नहाना अपमानजनक है।”
प्रशासन की चुप्पी
अभी तक नगर निगम या प्रशासन की ओर से इस स्थिति पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
प्रश्न खड़े करता यह दृश्य
गंगा दशहरा जैसे पावन अवसर पर यह लापरवाही व्यवस्था की बदहाली और प्रशासनिक उदासीनता का जीता-जागता प्रमाण है।