भागलपुर | 8 मई 2025:बुधवार की शाम ठीक सात बजे जैसे ही भागलपुर रेलवे स्टेशन पर खतरे का सायरन बजा, स्टेशन पर मौजूद यात्रियों और स्टाफ ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। पहले से दी गई सूचना के अनुसार सभी लोग सतर्कता बरतते हुए अपनी जगह पर बैठ गए और कानों को ढंक लिया। यह आरपीएफ द्वारा आयोजित मॉक ड्रिल का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य आपात स्थिति जैसे आतंकी हमले या विस्फोट के दौरान बचाव और प्रतिक्रिया की तैयारियों को परखना था।
ड्रिल के दौरान डॉग स्क्वॉयड और बम निरोधक दस्ते की तैनाती की गई थी। स्टेशन पर जीआरपी और रेलवे प्रशासन के तमाम अधिकारी भी मौजूद रहे। आरपीएफ इंस्पेक्टर अमित कुमार गिरी ने बताया कि यह मॉक ड्रिल मालदा मुख्यालय के निर्देश पर की गई थी और इसका मुख्य उद्देश्य रेलवे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
नवगछिया रेलवे स्टेशन पर भी आरपीएफ और जीआरपी की ओर से पूर्व तैयारी की गई थी। हालांकि, स्थानीय नवगछिया पुलिस जिला इसमें शामिल नहीं हुआ। जीआरपी थानाध्यक्ष अरुण कुमार चौधरी ने बताया कि आरपीएफ के साथ समन्वय बनाकर स्टेशन पर जरूरी तैयारियां की गईं।
वहीं, सुल्तानगंज रेलवे स्टेशन पर भी आरपीएफ ने मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इंस्पेक्टर फिरोज अख्तर के नेतृत्व में फ्लैग मार्च निकाला गया और यात्रियों के बीच सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाने का कार्य किया गया।
प्रमुख बिंदु:
- मॉक ड्रिल के दौरान बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वॉयड रहे मुस्तैद
- यात्रियों को पूर्व सूचना देकर अफरा-तफरी से बचाया गया
- तीन प्रमुख स्टेशनों पर सुरक्षा बलों की संयुक्त कार्रवाई
- यात्रियों में सुरक्षा को लेकर भरोसा बढ़ा